अब नवंबर का महीना आरंभ हो गया है और हम साल के 11वें महीने में पहुंच चुके हैं. इस समय, 1 नवंबर के दिन कुछ महत्वपूर्ण परिवर्तन होने वाले हैं, जिनका आपके वित्त और जीवन पर प्रभाव हो सकता है. यह आरंभिक तारीख पर पेट्रोल और डीजल कीमतों में परिवर्तन का संकेत हो सकता है, इसके साथ ही बीमा और व्यापारिक मामलों में भी कुछ महत्वपूर्ण बदलाव हो सकते हैं. ये परिवर्तन सीधे आपके पैसों और आपके व्यवसाय पर प्रभाव डाल सकते हैं, इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आप इन परिवर्तनों के बारे में जानकारी प्राप्त करें और उनके साथ कैसे अपने कार्यों को पूरा करें.
- पेट्रोल और डीजल की कीमतों में परिवर्तन: हर महीने की पहली तारीख को पेट्रोल और डीजल कीमतों में संशोधन होता है. इसका मतलब है कि इस बार भी पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ सकती हैं. हालांकि सरकार ने पिछले कुछ महीनों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती की है, लेकिन यह जरूरी है कि आप देखें कि पेट्रोल कंपनियां किस कीमत पर संशोधन करती हैं और नए रेट्स क्या होते हैं. इसके अलावा, सीएनजी, पीएनजी और टरबाइन ईंधन की कीमतों में भी परिवर्तन हो सकता है, इसलिए यह भी जान लें.
- बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज, जहाँ शेयरों का व्यापार होता है, ने पिछले महीने अक्टूबर में एक महत्वपूर्ण ऐलान किया था. उन्होंने इक्विटी के डेरिवेटिव सेगमेंट में लेनदेन पर शुल्कों में वृद्धि करने की घोषणा की थी, और यह नया नियम 1 नवंबर, 2023 से लागू होगा. इसका सीधा प्रभाव शेयर बाजार के निवेशकों पर होगा, और वे लेनदेन के लिए अधिक शुल्क देना होगा.
- अब हम चर्चा करेंगे कि बीमा धारकों को किन समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. नवंबर महीने से, इंश्योरेंस रेगुलेटरी और डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने सभी बीमा धारकों के लिए केवाईसी (Know Your Customer) को अनिवार्य बना दिया है. इसका मतलब है कि अब बीमा पॉलिसी खरीदने वालों को अपनी पहचान और पते की पुष्टि करने की आवश्यकता होगी, ताकि उनके लिए सुरक्षित और विश्वसनीय बीमा सेवाएँ प्राप्त करने में सुविधा हो।
- बैंकिंग और त्योहारों के परिवर्तन: नवंबर महीने में बैंक से संबंधित कामों में थोड़ी कठिनाइयाँ हो सकती हैं। भारतीय रिजर्व बैंक के हॉलिडे लिस्ट के अनुसार, नवंबर में दिवाली, छठ पूजा, भाई दूज, और गुरुनानक जयंती जैसे कई त्योहार हैं. इसके कारण, महीने के आधे दिनों तक बैंक बंद रहेंगे, जिसमें दूसरे और चौथे शनिवार और रविवार को साप्ताहिक अवकाश भी शामिल हैं. ये बैंकिंग हॉलिडे विभिन्न राज्यों में भिन्न-भिन्न हो सकते हैं. तथापि, बैंकों में छुट्टियों के दौरान आप घर पर बैठकर अपने बैंक काम को ऑनलाइन कर सकते हैं.
- जीएसटी में परिवर्तन: पांचवां बदलाव आपके बिजनेस को असर कर सकता है. नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर के अनुसार, 1 नवंबर से, जिन कारोबारियों का टर्नओवर 100 करोड़ रुपये या इससे अधिक है, उन्हें 30 दिन के भीतर ई-चालान पोर्टल पर जीएसटी अपलोड करना होगा।
इसलिए, नवंबर के इस महीने में आपको वित्तीय और व्यवसायिक मामलों पर विचार करने का समय है, ताकि आप इन परिवर्तनों के साथ सही तरीके से अपने समस्त कार्यों को समय पर निपटा सकें।