पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पिछले साल जुलाई महीने में डॉ. गुरप्रीत कौर के साथ अपनी शादी की थी। दिनांक 7 जुलाई 2022 को, वे बिना किसी शोर शराबे और तामझाम के एक-दूसरे के साथ जीवन साझा करने का संकल्प लिया था। इसके बाद, उनकी पत्नी गुरप्रीत कौर ज्यादातर मीडिया की चर्चाओं में नहीं रहीं थीं।
लेकिन हाल ही में, हम उन्हें कई कार्यक्रमों में देख सकते हैं। जबकि सीएम मान अपने राजनैतिक कार्यों में व्यस्त हैं, वही समय उनकी पत्नी डॉ. गुरप्रीत कौर सरकारी और निजी कार्यक्रमों में भाग ले रही हैं। हाल ही में, दशहरे के दिन, हमने उन्हें सीएम मान के चुनाव क्षेत्र धुरी के एक कार्यक्रम में देखा। उस दिन, सीएम मान होशियारपुर के एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे।
इस कार्यक्रम के दौरान, डॉ. गुरप्रीत कौर ने बताया कि सीएम मान का एक महत्वपूर्ण लक्ष्य है – अपने विधानसभा क्षेत्र धूरी और पंजाब का सशक्तिकरण करना। उन्हें चाहिए कि वहां का विकास हमेशा जारी रहे और कोई भी क्षेत्र निरंतर प्रगति करे।
डॉ. गुरप्रीत कौर ने यह भी कहा कि हम देखते हैं कि पिछली सरकारों ने उस क्षेत्र में कुछ नहीं किया है, इसलिए हम वहां काम करवाने के लिए कदम उठाने के पक्ष में हैं। उनके इस दृष्टिकोण से, राजनीतिक जानकारों का मानना है कि वह भी राजनीति में अपने पैर रख सकती हैं और विकास के मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। इससे पहले भी कई मुख्यमंत्रियों की पत्नियां राजनीति में सक्रिय रही हैं, और इससे यह साबित होता है कि राजनीति के मैदान में शायद इनकी भी एंट्री जल्द हो।
“सामान्यत: आम आदमी पार्टी के नियमों के अनुसार, उनके नेताओं के परिवार के सदस्यों को चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं होती. लेकिन क्या डॉक्टर गुरप्रीत कौर राजनीति में शामिल हो सकती हैं या वे केवल अपने पति के साथ राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाएंगी, इसके बारे में अभी कुछ निर्णय नहीं लिया जा सकता. वे राजनीति में आ सकती हैं या नहीं, लेकिन वे अपनी पहचान तय कर रही हैं. यह देखना बाकी है कि क्या डॉक्टर गुरप्रीत कौर राजनीति में सक्रिय रूप से शामिल होती हैं, या अपने चुनाव क्षेत्र में अपने पति का समर्थन करने में संतुष्ट रहती हैं. गौरतलब है कि बीते फरवरी महीने में जब उनकी सुरक्षा में बढ़ोतरी की गई थी तो विपक्ष ने भी काफी बवाल खड़े किए थे.