करवाचौथ का व्रत भारतीय संस्कृति में अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। इस दिन पत्नी अपने पति की दीर्घायु की कामना करती है और व्रत रखती है। यह पर्व देश और विदेश के भारतीय संस्कृति से जुड़े लोगों के लिए बहुत खुशियों भरा होता है।
करवाचौथ के मौके पर हरिद्वार जिला जेल में भी एक अद्वितीय दृश्य देखने को मिल रहा है। जेल में बंद कैदियों की पत्नियां इस व्रत का पालन कर रही हैं और भगवान से आपके पति के सुरक्षित और जल्दी घर वापस आने की प्रार्थना कर रही हैं।
हरिद्वार जिला जेल के वरिष्ठ अधीक्षक मनोज आर्य का कहना है कि करवाचौथ के व्रत के आसपास हरिद्वार जेल में खुशी का माहौल है। वहाँ बंद पुरुष कैदियों की पत्नियाँ इस पावन दिन का खास महत्व समझ कर इसे मना रही हैं। साथ ही, जो महिला कैदी हैं, वे भी इस प्राचीन व्रत का पालन कर रही हैं।
मनोज आर्या का कहना है कि हम सभी को इस विशेष दिन का उत्सव के साथ मनाना चाहिए। हर व्यक्ति से मुलाकात की जा रही है ताकि वे खुशियों से भरपूर महसूस करें। उनका कहना है कि हरिद्वार जिला जेल में सुरक्षा की दृष्टि से बंदोबस्त किया गया है, ताकि सभी व्रत को खुशी-खुशी मना सकें।
करवाचौथ के व्रत का आयोजन हरिद्वार जिला जेल में कैदियों की पत्तियों में भी खुशी का माहौल बना है। करवाचौथ का व्रत मनाने पहुंची तनु ने कहा, “मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूँ कि मेरे पति जल्द ही जेल से बाहर आए। आज हम यहाँ आकर खुश हैं क्योंकि हम जेल में होते हुए भी करवाचौथ का व्रत मना रहे हैं।”