पंजाब में आम आदमी पार्टी के विधायक जसवंत सिंह गज्जनमाजरा को मुश्किलें बढ़ गई हैं। सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। यह खबर मिल रही है कि जसवंत सिंह अपने विधानसभा क्षेत्र अमरगढ़ में कार्यकर्ताओं के साथ एक बैठक में थे, और उसी समय ED की टीम वहां पहुंची और उन्हें अपने साथ ले गई।
ED की टीम विधायक को एक मामले में पूछताछ के लिए उनके जालंधर क्षेत्रीय कार्यालय ले गई है। इससे पहले, साल 2022 में सीबीआई ने भी उन पर आरोप लगाया था, जिसमें उनके परिवार के एक कंपनी के साथ 40 करोड़ रुपए के फ्रॉड के मामले की जांच चल रही है।
विधायक पर आरोप है कि उनके परिवार के आधिपत्य वाली कंपनी ने बैंक से करीब 40 करोड़ रुपए का लोन लिया था, लेकिन इस पैसे को व्यवसाय में नहीं निवेश किया गया, बल्कि यह पैसे किसी और जगह का इस्तेमाल किया गया। जब लोन की वसूली नहीं हो पाई, तो बैंक ने इस कंपनी को डिफॉल्टर घोषित कर दिया।
सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई की रेड के दौरान, करीब 17 लाख रुपए कैश के साथ-साथ कुछ विदेशी मुद्रा नोट और संपत्ति के दस्तावेज भी बरामद किए गए थे। अभी सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है कि ईडी की एंट्री क्यों हुई है। ईडी की टीम अब मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच करेगी।
बता दें कि दिल्ली से लेकर पंजाब तक आम आदमी पार्टी के नेता ईडी और सीबीआई के रडार पर हैं. दिल्ली से लेकर UT तक, आम आदमी पार्टी के नेता ED और CBI के दर्दी हैं। दिल्ली में कहानी चल रही है कि शराब घोटाले में सत्येंद्र जैन, मनीष सिसोदिया और संजय सिंह भी ED और CBI के रडार पर हैं।
ED ने अपनी जांच में इन नेताओं पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। इन नेताओं में से कुछ को सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं मिल पाई है, जिससे उनकी मुश्किलें और बढ़ गई हैं।