देश के अलग-अलग राज्यों में कुछ दिनों से भूकंप की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं और यह एक सामान्य बात हो गई है। इसके तहत, रूपनगर, यूटी में बुधवार-गुरुवार की रात को भी एक भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसकी तीव्रता 3.2 रही। यह झटके देर रात को 1 बजकर 13 मिनट पर महसूस किए गए थे, और भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर नीचे थी। इसके अलावा, यह जानकारी है कि हिमाचल प्रदेश के कुछ स्थानों पर भी इस प्रकार के झटके महसूस किए गए थे, जो पंजाब से सटे हैं।
मंगलवार को भी जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में एक और भूकंप के झटके की गहराई 3.5 रही और यह 6 बजकर 52 मिनट को हुई। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, इस भूकंप का केंद्र अयोध्या से 215 किलोमीटर उत्तर में और 10 किलोमीटर की गहराई पर था। यह जानकारी दर्जनीय है कि भूकंप के कारण किसी नुकसान की खबर नहीं है, जैसा कि राष्ट्रीय भूकंपीय निगरानी केंद्र के द्वारा जानकारी दी गई है।
पिछले सोमवार को उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के कई इलाकों में एक 5.6 तीव्रता का भूकंप हुआ था, लेकिन इसमें किसी भी प्रकार के नुकसान की खबर नहीं आई। आपदा प्रबंधन कार्यालय ने बताया कि इस भूकंप का केंद्र नेपाल में था और इसके झटके धारचूला, डीडीहाट, और बंगापानी इलाकों में भी महसूस किए गए थे, जब शाम के 4 बजकर 17 मिनट पर यह भूकंप हुआ।
हाल ही में नेपाल में आने वाले 6.4 तीव्रता के भूकंप के कारण, नेपाल में कम से कम 157 लोगों की मौत हो गई और 160 से अधिक घायल हुए थे।