इंडियन आर्मी का नया अजेय योद्धा – अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर, पाकिस्तान और ड्रेगन के छूटे पसीने।

अगर पाकिस्तान द्वारा आतंकी घुसपैठ का प्रयास किया जाएगा, तो उन्हें बड़ी चोट लग सकती है. हमला उनके पास सिर्फ ज़मीन से ही नहीं बल्कि सीधे आसमान से भी हो सकता है. भारतीय सेना को जल्द ही खतरनाक और ताकतवर अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर्स मिलने वाले हैं. ये हेलीकॉप्टर दुश्मन के टैंक्स और आतंकवादियों को आसानी से हरा सकते हैं अपाचे हेलीकॉप्टर्स इंडियन एयरफोर्स के बेड़े में पहले से ही शामिल हैं और थल सेना की ताकत को भी बढ़ाने का कारण बन रहे हैं. जल्द ही, ये हेलीकॉप्टर्स पाकिस्तान की सीमा पर तैनात हो सकते हैं. इस अपाचे का इस्तेमाल दुश्मनों के टैंक्स और गाड़ियों को नष्ट करने के लिए किया जा सकता है.

इस उड़ते हुए टैंक का नाम अपाचे है, और यह इंडियन एयरफोर्स का सबसे ताकतवर हेलीकॉप्टर माना जाता है. यह थल सेना को भी इस ताकतवर वाहन के साथ समर्थ बना सकता है. आने वाले साल के शुरुआती महीनों में, थल सेना के पायलट भी इसका इस्तेमाल करते हुए दिख सकते हैं. भारतीय सेना को मिलने वाले अपाचे का उपयोग उनके प्रमुख दुश्मन के खिलाफ किया जाएगा।

अपाचे हेलीकॉप्टर को आसमान में उड़ता हुआ टैंक कहा जाता है, क्योंकि इसमें वही ताकत है जो एक टैंक में होती है, जो दूसरे टैंक को बर्बाद करता है. इसी तरह, अपाचे हेलीकॉप्टर भी दुश्मन के टैंकों को पूरी तरह से नष्ट कर सकता है. इसमें एक 30 मिलीमीटर की चेन गन होती है, जिसे पायलट के हेलमेट से नियंत्रित किया जा सकता है, इसका मतलब है कि पायलट जहां देखेगा, वहीं गन का निशाना लगेगा।

भारतीय सेना अब चेतक और चीता हेलीकॉप्टर की जगह अपाचे हेलीकॉप्टर को शामिल करेगी, क्योंकि इसकी विशेषताएं इसे उनसे बेहतर बनाती हैं। अपाचे को भारतीय सेना के बेड़े में शामिल किया जाएगा और इसकी खूबियों के कारण ही यह एक अद्वितीय विकल्प बनता है।

  1. यह हेलिकॉप्टर एक एडवांस्ड मल्टी कॉम्बैट हेलिकॉप्टर है, जिसका मतलब है कि यह एक साथ कई जगहों पर लड़ सकता है.
  2. इसमें हाई क्वालिटी नाइट विजन सिस्टम है, जिससे यह रात में भी ऑपरेशन कर सकता है और विफलता से बचा जा सकता है.
  3. इसमें हेलफायर और स्टिंगर मिसाइलें लगी होती हैं, जो एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइलें हैं, जिनसे दुश्मन की टैंक्स को नष्ट किया जा सकता है.
  4. यह एक मिनट में 128 टारगेट्स पर हमला कर सकता है, जिससे इसकी ताकत को और भी बढ़ा दिया जाता है.
  5. इसमें एक 30 मिलीमीटर की चेन गन भी है, जिससे एक मिनट में 600 राउंड्स फायरिंग की जा सकती है, जो दुश्मन को तत्काल पराजित करने में मदद करता है.
  6. इसकी रफ्तार 293 किलोमीटर प्रति घंटा है और इसकी उड़ान क्षमता 20 हजार फीट तक है, जिससे यह तेजी से और ऊँचाई में उड़ सकता है.

2019 में, अपाचे हेलीकॉप्टर्स ने भारतीय वायुसेना का हिस्सा बना, और इन्हें पहली स्क्वाड्रन के रूप में पठानकोट में तैनात किया गया था. वायुसेना के पास पहले से ही 22 अपाचे हेलीकॉप्टर थे. इस स्क्वाड्रन का मुख्य कार्यक्षेत्र पाकिस्तान और चीन की सीमा है, जहां यह दुश्मन के हर षड्यंत्र को नाकाम करने के लिए तैनात है.

यह गौरतलब है कि लड़ाकू हेलीकॉप्टरें सेना के लिए कितनी महत्वपूर्ण होती हैं. इनका उपयोग दुश्मन के टैंकों, बख्तरबंद गाड़ियों या बड़े हमलों को रोकने में हमेशा अद्वितीय है. लड़ाकू हेलीकॉप्टरें त्वरितता से दुश्मन के महत्वपूर्ण स्थानों और मोर्चों पर हमला करने की क्षमता रखती हैं. इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए, इंडियन आर्मी ने अपाचे हेलीकॉप्टर को सौंपा है।

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