यात्रा तैयारियों में जुटा, दो मई को खुल रहे बाबा केदार के कपाट,
रुद्रप्रयाग। बद्री-केदार मंदिर समिति का 18 सदस्यीय अग्रिम दल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से रवाना होकर केदारनाथ धाम पहुंचा। यहां दल मंदिर के बाहरी परिसर में आवश्यक मरम्मत कार्य, विद्युत, जलापूर्ति, रंग-रोगन सौंदर्यीकरण तथा दर्शन पंक्ति में सुधारीकरण, रेन शेल्टर का कार्य करेगी।
शुक्रवार को बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल के निर्देश पर सहायक अभियंता गिरीश देवली के नेतृत्व में पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर से 18 सदस्यीय दल केदारनाथ धाम के लिए रवाना हुआ। बीकेटीसी के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी व प्रभारी अधिकारी केदारनाथ यदुवीर पुष्पवान, पुजारी शिवशंकर लिंग, पुजारी बागेश लिंग, कुलदीप धर्म्वाण ने दल को रवाना किया। दल ने गौरीकुंड में गौरा माई मंदिर का भी निरीक्षण किया। अग्रिम दल के गौरीकुंड पहुंचने पर प्रबंधक कैलाश बगवाड़ी ने दल का स्वागत किया। इसके बाद अग्रिम दल माता गौरी मंदिर में दर्शन के बाद पैदल मार्ग से केदारनाथ धाम के लिए प्रस्थान कर देर शाम तक अग्रिम दल केदारनाथ धाम पहुंचा। बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डॉ हरीश गौड़ ने बताया कि केदारनाथ धाम को रवाना हुए अग्रिम दल में अभियंता, सुपरवाइजर, भंडार प्रभारी, विद्युत कर्मी, प्लंबर, स्वयंसेवक, स्वच्छक, बेलदार व मजदूर शामिल हैं। बताया कि केदारनाथ धाम के कपाट दो मई को खुल रहे हैं। बाबा केदार की पंचमुखी डोली 28 अप्रैल को शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर से हिमालय के लिए प्रस्थान करेगी। विभिन्न पड़ावों से होकर एक मई शायंकाल को पंचमुखी डोली धाम पहुंचेगी। दल में सहायक अभियंता व प्रभारी अधिकारी गिरीश देवली, वैद्य लोकेन्द्र रूवाड़ी, भंडार प्रभारी उमेश शुक्ला, अवर अभियंता विपिन कुमार, विद्युतकर्मी जगमोहन पंवार, नवीन बर्त्वाल, सुपरवाइजर किशोर कन्हैया, स्वयंसेवक भोला कुंवर, आलोक बजवाल, दीपक सिंह राणा, सौरभ सिंह, अनिल पवांर विनोद कोटवाल, देवेश सिंह, अनूप सिंह, बेलदार ठयाडे साही, स्वच्छक श्रीकान्त मल्लू सहित अन्य शामिल थे।