“उत्तराखण्ड प्रांतीय पुलिस सेवा (पीपीएस) एसोसिएशन, मान्यवर मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात करने का आयोजन किया गया। इस अवसर पर, पुलिस कैडर के रिवीजन की पहली प्रक्रिया को समर्थन देने पर माननीय मुख्यमंत्री जी ने आभार व्यक्त किया है, जो कि पिछले दो दशकों में पहली बार हुआ है।
संगठन द्वारा अधिकारियों के तैनाती प्रक्रिया में केंद्रीय पुलिस बलों के सक्रिय अधिकारियों की भागीदारी पर आपत्ति दर्ज की गई है, जो की उत्तराखंड पुलिस में नई प्रतिनियुक्तियों के साथ आ रहे हैं।
प्रतिनियुक्ति की प्रक्रिया के संदर्भ में, संगठन के प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री जी को सूचित किया है कि उत्तराखंड में कई प्रमुख केंद्रीय पुलिस बलों के कार्यालय, प्रशिक्षण संस्थान, और वाहिनी स्थापित हैं, और उनके अधिकारियों के लिए इन संस्थानों में तैनाती का विकल्प उपलब्ध है, यदि वे व्यक्तिगत कारणों से उत्तराखंड में आने के इच्छुक हैं। यहाँ तक कि राज्य पुलिस सेवा नियमों में प्रतिनियुक्ति के लिए कोई निर्दिष्ट प्रावधान नहीं है।
मुख्यमंत्री जी द्वारा इस मुद्दे के संबंध में संगठन के प्रतिनिधि मंडल से संपूर्ण जानकारी प्राप्त की गई है और इस मामले की परीक्षण की जाएगी।
इस महत्वपूर्ण घड़ी में, संगठन के अध्यक्ष श्री सुरजीत सिंह पँवार, और उनके साथ श्री प्रकाश चंद्र, श्री प्रमोद कुमार, डॉ. जगदीश चंद्र (सभी अपर पुलिस अधीक्षक); श्री शांतनु पाराशर, श्री विवेक कुमार, श्री अंकुश मिश्रा, श्री आशीष भारद्वाज, और श्री कमलेश पंत (सभी पुलिस उपाधीक्षक) उपस्थित थे।
संरक्षक श्री देवेंद्र पींचा द्वारा भी मुख्यमंत्री जी के साथ इस महत्वपूर्ण मिलनसर मौके का हिस्सा बना। पूर्व इस घड़ी से पहले, पीपीएस एसोसिएशन ने 15 सितंबर 2023 को पुलिस महानिदेशक श्री अशोक कुमार से मिलकर उनके साथ भी इस प्रतिनियुक्ति के मुद्दे पर आपत्ति जाहिर की थी।”