लुधियाना की सीआईए-2 टीम ने गुरदासपुर सीआईए में एक सहायक उप-निरीक्षक (ASI) और उनके 4 साथियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिन्होंने एक अंतरराष्ट्रीय सोने के चोरी मामले में भाग लिया था। पुलिस कमिश्नर मंदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि 9 सितंबर को पुलिस ने इंटरनेशनल सोने की चोरी रैकेट को पर्दाफाश किया था।
इस मामले में आजाद कुमार और आशु कुमार को 1 किलो 230 ग्राम सोने और अवैध असला के साथ गिरफ्तार किया गया था। इस गिरफ्तारी में आरोपी गैंग के मास्टरमाइंड पुनीत, जिन्हें पंकज के नाम से भी जाना जाता है, दुबई में मौजूद हैं।
मामले की जाँच करते समय पता चला कि आरोपी अमृतसर और मोहाली के दोनों हवाई अड्डों का उपयोग करके सोने की चोरी कर रहे थे। आरोपी ने मोहाली हवाई अड्डे पर एक यात्री के जरिए लगभग 1 किलो 700 ग्राम से अधिक सोने की पेस्ट को भेजा था, जिसकी कीमत करीब 1 करोड़ रुपए की थी।
पंकज के पास नेहा नाम की युवती काम करती है, और उसे बिल्कुल पता था कि गोल्ड चोरी कैसे होती है और कैसे यात्री एयरपोर्ट पर सोने के साथ आते हैं। नेहा दुबई से गुरदासपुर आई थी और वहीं पर अपने गैंग की बुनाई की।
हरजिंदर सिंह, जिन्हें बब्बा कहा जाता है, सतनाम सिंह, जिन्हें सोढी कहा जाता है, और हरप्रीत सिंह, जिन्हें बब्बू कहा जाता है, ने गुरदासपुर सीआईए में तैनात ASI कमल किशोर के साथ मिलकर एक लूट की योजना बनाई। जैसे ही एयरपोर्ट से यात्री थोड़ी दूर पहुँचा, आरोपी उसे डराकर लूट लिया। ASI कमल किशोर ने चार आरोपियों के साथ मिलकर यात्री को रोक लिया और उन्होंने वर्दी पहन कर डरावने तरीके से यात्री के साथ मिलकर लूट की। इस लूट में बदमाशों ने यात्री के पासपोर्ट भी छीन लिया।