चीन में आयोजित हो रहे एशियन खेलों में, पंजाब के गांव खैरा खुर्द की प्रतिष्ठित एथलीट मंजू रानी ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। मंजू रानी ने 35 किलोमीटर पैदल दौड़ में कांस्य पदक जीतकर अपने जिले और देश का नाम रोशन किया है। इसके पर्याप्त प्रमाण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी उपलब्धि को सराहा और उन्हें बधाई दी।
मंजू रानी की यह उपलब्धि इससे पहले के मानसा जिले के खिलाड़ियों द्वारा हासिल की गई बहुत बड़ी सफलता है। सुखमीत सिंह और सतनाम सिंह ने भी इसी प्रतियोगिता में अपने देश के लिए मेडल जीता है।
मंजू रानी ने वर्ष 2015 से एथलेटिक्स में प्रतियोगिता में भाग लेना शुरू किया था। पहले, वह हैंडबॉल खेलती थी, लेकिन उनके कोच ने उन्हें एथलेटिक्स में खेलने के लिए प्रोत्साहित किया, और उसके बाद उन्होंने बादल स्पोर्ट्स अकादमी में प्रशिक्षण लिया।
कोरोना महामारी के बावजूद, मंजू ने अपनी प्रैक्टिस को जारी रखा और दिल्ली में रहते हुए अपनी तैयारी जारी रखी।
मंजू रानी ने अपने साथी खिलाड़ियों के साथ 35 किलोमीटर की पैदल दौड़ में भाग लिया और अपने देश के लिए एक महत्वपूर्ण पदक जीता।
मंजू रानी का संघर्ष और सफलता का सफर बेहद प्रेरणास्पद है। वह केवल दो वर्ष की आयु में अपने माता-पिता के देहांत के बाद अपने सपनों को पूरा करने का संकल्प लिया और आज वह अपने देश का गर्व हैं। उनके पिता और भाई भी फौज में अपनी सेवाएं दे रहे हैं, जो एक परिवार में सेवा का एक अद्भुत उदाहरण है।