जोधपुर पुलिस के धैर्य को सलाम, 1500 CCTV कैमरे खंगालकर पकड़ा शातिर चोरों को।

पुलिस ने जोधपुर शहर के प्रतापनगर थाना क्षेत्र में हुई एक चोरी की वारदात का पर्दाफाश किया है, जिसके बारे में हम आपको पूरी जानकारी देंगे। चोरों ने गत 12 सितंबर को, दिन के उजाले में, कमला नेहरू नगर के एक मकान में एक बड़ी चोरी की वारदात की थी। इस वारदात के दौरान, चोरों ने 1 किलो सोना, 3 किलो चांदी, और नकदी चुराकर फरार हो गए थे।

पुलिस ने इस मामले के तहत 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, और उनके साथ माल की खरीददार को भी पकड़ा गया है। आरोपियों में एक व्यक्ति का नाम रामदेवरा मेले में जातरू बनकर आया था।

जांचकर्ताओं के मुताबिक, चोरों ने डी-29 कमला नेहरू नगर में बसने वाले कारोबारी राजेश जांगिड़ के मकान में चोरी की। उन्होंने 1 किलो सोना, 3 किलो चांदी और नकदी चुराई। पुलिस को जानकारी मिली कि इस वारदात के पीछे बागरिया गैंग का हाथ है, और उन्होंने चोरों को पकड़ने के लिए अलग-अलग टीमों का गठन किया और 1500 से ज्यादा कैमरों का उपयोग किया।

पुलिस ने गोपाल पुत्र गोकुल बागरिया, धर्मराज जिन्ने धर्मा पुत्र मोहन बागरिया, मोहन पुत्र रूघानाथ बागरिया और गोपाल पुत्र मगना बागरिया को गिरफ्तार किया है चोरी के मामले में। साथ ही, चोरी के माल को खरीदने वाले व्यापारी गोविंद पुत्र भगवती लाल को भी गिरफ्तार किया गया है। इस समय पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।

एसीपी प्रतापनगर के आशीर्वाद आंजणा के अनुसार, बागरिया गैंग के सदस्य अब और भी शातिर हो गए हैं, और वे अपने कार्यों को नियंत्रित करने के लिए नए तरीके अपना रहे हैं। वे अपनी गतिविधियों के पहले ही दिन अपने मोबाइल फोनों को परिवार के पास छोड़कर आते हैं, ताकि वे वारदात से पहले ही पकड़ में न आ सकें।

इसके अलावा, जब वे सूने मकानों में प्रवेश करते हैं, तो वे अपने 2-3 साथियों को अपनी मोटरसाइकिल के साथ बाहर खड़ा कर देते हैं, जिससे वे अपनी पहचान को छिपा सकते हैं। वारदात के बाद, वे तेजी से फरार हो जाते हैं, जिससे पुलिस और समाज के लोगों के लिए उनकी पहचान को बहुत मुश्किल हो जाता है।

डीसीपी गौरव यादव ने जनता से एक महत्वपूर्ण संदेश दिया है, और वह यह है कि सभी लोग अपने मूल्यवान आभूषण और सामान एक सुरक्षित लॉकर में रखें। उन्होंने साझा किया कि बागरिया गैंग के सदस्यों को पता है कि मारवाड़ के लोग अपने सोने के आभूषणों को अपने घरों में ही सुरक्षित रखते हैं, और इसलिए ये अपराधी उन्हें निशाना बनाते हैं।

इसके अलावा, पुलिस उपायुक्त ने जनता से अपील की है कि संदिग्ध व्यक्तियों पर हमेशा नजर रखें और अपने घरों में सीसीटीवी कैमरे लगाने की प्रक्रिया में सहयोग करें, ताकि इस तरह की घटनाओं को पहचानने और उनकी पहुंच में आने में मदद मिल सके। यह एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है जिससे समाज के अधिकांश को अपनी सुरक्षा की ओर अधिक गंभीरता से ध्यान देने का अवसर मिल सकता है।

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