12 साल बाद स्पेन यूरो कप के फाइनल में पहुंच गया है। मंगलवार को जर्मनी के बर्लिन में एलियांज एरिना में खेले गए पहले सेमीफाइनल में फ्रांस को 2-1 से हराया। अब फाइनल में उसका मुकाबला रविवार को इंग्लैंड और नीदरलैंड के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल में जीतने वाली टीम से होगा। स्पेन इससे पहले साल 2012 में इटली को हराकर फाइनल में पहुंचा था। स्पेन के जीत के हीरो 16 साल के लेमाइन यामल और डेनी ओल्मो रहे। दोनों ने टीम के लिए 1-1 गोल किए। फ्रांस ने मैच के शुरुआती 10 मिनट में ही गोल कर बढ़त बना ली थी, लेकिन 15 मिनट के बाद ही स्पेन ने पहला गोल कर स्कोर को बराबरी पर किया और उसके बाद चार मिनट बाद ही एक गोल आगे हो गए। मैच के पहले हाफ में ही दोनों टीमों की ओर से तीन गोल किए गए।
मैच के 7वें मिनट में ही फ्रांस के कप्तान किलियन एमबाप्पे ने गोल करने का प्रयास किया, लेकिन वह गेंद को गोल पोस्ट पहुंचाते उससे पहले ही जीसस नवास ने गेंद उनसे दूर कर दिया। वहीं इसके ठीक दो मिनट बाद एमबाप्पे के पास गेंद थी, उन्होंने बिना देर किए ही साथी खिलाड़ी को पास किया और कोलो मुआनी ने बिना कोई गलती किए हुए गेंद को हेडर मार कर गोल पोस्ट में पहुंचा कर टीम को 1-0 से आगे कर दिया। फ्रांस टीम और उसके फैन्स की खुशी ज्यादा देर तक नहीं रही, 15 मिनट बाद ही स्पेन ने स्कोर को बरबारी पर ला दिया। वहीं ठीक 4 मिनट बाद यानी 25वें मिनट में डेनी ओल्मो ने गोल कर टीम को 2-1 से आगे कर दिया।