उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद शहर में, सोमवार की सुबह को एक वाकई असाधारण घटना घटी, जब योगी सरकार ने बसपा के नेता अनुपम दुबे के आलीशान होटल पर बुलडोजर का कहर बरपाया। इस के परिणामस्वरूप, करोड़ों का यह आलीशान होटल देखते ही देखते ज़मींदोज़ हो गया।
आरोप लगाया जा रहा है कि इस होटल को करोड़ों की लागत से कब्रिस्तान, तालाब और सरकारी ज़मीन पर कब्जा करके बनाया गया था। बदले में, आगरा जेल में बंद गैंगस्टर अनुपम दुबे का नाम राज्य की माफिया सूची में दर्ज है और उस पर 62 मुकदमे दर्ज हैं।
यह होटल फर्रुखाबाद में कब्रिस्तान की ज़मीन पर बनाया गया था, और इसे अवैध मानकर नक्शा रद्द करने का निर्देश स्थानीय सिटी मजिस्ट्रेट द्वारा दिया गया था। नोटिस की मीटिंग के समय से ही, सोमवार को सुबह पांच बजे से ही प्रशासन ने कार्रवाई की शुरुआत की। इस क्रिया के लिए कई जिलों से पुलिस फ़ोर्स तैनात की गई और गलियों को बेरीकेडिंग किया गया। बाजार बंद कर इलाके को पूरी तरह सील कर दिया गया।
साढ़े पांच बजे पर, एडीएम सुभाष चंद्र प्रजापति, सिटी मजिस्ट्रेट सतीश चंद्र, एएसपी संजय सिंह और अन्य अधिकारी होटल पर पहुंचे। चिह्नित क्षेत्र की पैमाइश के बाद, होटल की ऊपरी मंजिल पर पालिका कर्मचारी ने बुलडोजर काम पर लगाना शुरू किया।
इस समय, सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए चार जिलों के एएसपी, सीओ, और 400 पुलिस कर्मी तैनात थे। होटल से करीब 300 मीटर की परिधि में, प्रशासन ने कर्फ्यू जैसे हालात बना दिए थे। आसपास के भवनों पर लोगों की प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। डीएम और एएसपी ने भी मौके की निगरानी की। बसपा नेता की पत्नी मीनाक्षी दुबे ने हाईकोर्ट से स्टे की आवाज़ बुलंद की, लेकिन उनके प्रयास कामयाब नहीं रहे।
होटल की अनुमानित लागत लगभग 20 करोड़ रुपये बताई जा रही है।