मुरादाबाद। अप्रशिक्षित के यहां प्रसव कराने का सीधा मतलब है जच्चा-बच्चा की मौत। नार्मल डिलीवरी के चक्कर में लोग अपने परिवार की बहू-बेटी की जिदंगी खतरे में डाल रहे हैं। ऐसा ही एक मामला जयंतीपुर टीचर्स कालोनी का सामने आया है। रविवार को जयंतीपुर पुलिस चौकी में शाहनवाज ने तहरीर दी है कि जयंतीपुर में संचालित अस्पताल में उन्होंंने 29 जून को पत्नी तरन्नुम को प्रसव के लिए भर्ती कराया था।
दो यूनिट खून चढ़ाने की बात बताई गई। खून के नाम पर रात में ही 13 हजार रुपये भी लिए गए। इसके बाद खून चढ़ाना शुरू कर दिया गया। खून चढ़ाते समय महिला की हालत बिगड़ गई। महिला के बताने के बाद भी खून चढ़ाना नहीं रोका गया। इसके बाद बच्चा भी मृत पैदा हुआ। पहले अल्ट्रासाउंड में बच्चा बिलकुल ठीक था। इसके बाद महिला की हालत बिगड़ी तो स्वजन उसे कांठ रोड के अस्पताल ले गए।
गलत ग्रुप का खून चढ़ने से हालत बिगड़ी
वहां चिकित्सकों ने बताया कि गलत ग्रुप का खून चढ़ने से हालत बिगड़ी है। वहां भी तीन दिन रखने के बाद भी जब महिला की हालत में सुधार नहीं हुआ तो चिकित्सकों ने हायर सेंटर रेफर कर दिया। स्वजन फिर महिला को दिल्ली सफदरजंग समेत कई अस्पतालों में ले गए। वहां भी गलत खून चढ़ने की वजह से हालत खराब होने के बारे में चिकित्सकों ने बताया। इस वजह से महिला मल्टी आर्गन फेल्योर में चली गई। शरीर में खून का पानी बनने लगा।
दिल्ली में आठ जुलाई को महिला की मौत हो गई। घर आकर दफन किया गया। डाक्टर से स्वजन शिकायत करने के लिए पहुंचे तो उनके साथ मारपीट की गई। फिर शाहनवाज ने जयंतीपुर पुलिस चौकी में जच्चा-बच्चा की हत्या की तहरीर पुलिस को दी है। बताया गया कि तीन जगह अस्पताल संचालित किये जा रहे हैं। खून भी रुपये लेकर मंगवाया जा रहा है। अब यह खून किसका है। किसी को कुछ पता नहीं है। गलत ब्लड ग्रुप का खून देने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की गई है।