पंजाब के लुधियाना के बड़े से जोमैटो और स्विगी का अधिकारी बता रेस्तरां और ढाबे वालों से लाखों रुपये की धोखाधड़ी करने वाले ठग को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस धोखाधड़ी के आरोपी ने रेस्तरां वालों को धोखा देकर पैसे लूट लिए थे, फिर वे अदृश्य हो जाते थे। आरोपी ने इस कार्रवाई के दौरान जोमैटो कंपनी का फर्जी पहचान पत्र और टी शर्ट तैयार किए थे।
आरोपी इस धोखाधड़ी के लिए रेस्तरां और ढाबे वालों को एक क्यूआर कोड स्कैन करने का दिलासा देते थे, जिसमें “बंडल टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड” लिखा होता था। यह कंपनी स्विगी की मालिक कंपनी है। आरोपी ने इसका फर्जी उपयोग करके भुगतान करने वालों को यकीन दिलाने का प्रयास किया कि उनके पैसे सीधे कंपनी के खाते में जा रहे हैं, हालांकि वास्तव में आरोपी ने इसका बैंक खाता लिंक किया था।
इस घटना से स्पष्ट होता है कि धोखाधड़ी के आरोपी आजकल नए-नए तरीके से लोगों को लूटने का प्रयास कर रहे हैं। पुलिस ने धोखाधड़ी के आरोपी को गिरफ्तार किया है और विधिक कार्रवाई कर रही है। यह एक महत्वपूर्ण सन्देश है कि लोगों को सतर्क रहना और ऑनलाइन लेन-देन के समय सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
हैबोवाल कलां, साउथ सिटी में स्थित अर्बन वाइब रेस्तरां में हुई एक शिकायत के परिणामस्वरूप, थाना पीएयू पुलिस ने रोज इन्क्लेव के निवासी सिद्धार्थ अग्रवाल के खिलाफ धोखाधड़ी और विभिन्न अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस अब आरोपी की जांच कर रही है.
असिस्टेंट कमिशनर पुलिस (एडीसीपी) समीर वर्मा ने खुलासा किया कि महानगर के साइबर सेल को पिछले कुछ समय से फूड डिलीवरी कंपनियों, जैसे कि जोमैटो और स्विगी के नाम से एक व्यक्ति, से धोखाधड़ी की शिकायतें आ रही थीं। जांच के दौरान पता चला कि आरोपी ने अपने आप को ये कंपनियों के मैनेजर के रूप में पेश किया था.
आरोपी रेस्तरां और ढाबे वालों को इलाके के पस्तों के साथ लुभाने के लिए आकर्षण देता था कि वह उनके व्यापार को बेहतरीन तरीके से प्रमोट करेंगे और उनके दुकानों के बोर्ड्स और अन्य सुविधाओं को बेहतर बना देंगे। फिर आरोपी ने इस झांसे के तहत अरबन रेस्तरां से करीब 19 हजार रुपये का पैसा लूट लिया।
आरोपी ने यह योजना बनाई थी कि किसी को इसके बारे में पता नहीं चले और किसी के मन में भी कोई शक न उत्पन्न हो। एडीसीपी ने खुलासा किया कि पिछले कुछ समय से कुछ शिकायतें प्राप्त हुई थीं, और आरोपी की गिरफ्तारी के बाद, अब तक करीब 65 और शिकायतें सिर्फ कमिशनरेट इलाके से सामने आई हैं। आरोपी ने कुल मिलाकर चार लाख 39 हजार रुपये की ठगी की है।
एडीसीपी ने बताया कि आरोपी ने तीन अलग-अलग बैंकों में अपने खाते खुलवाए रखे हैं। जांच के दौरान पता चला कि कुल मिलाकर 10.82 लाख रुपये से ज्यादा का लेन-देन हुआ है। शक है कि आरोपी ने 10 लाख रुपये से ज्यादा की ठगी किसी लोग से की है। पुलिस ने तीनों खातों को फ्रीज करवाने के बाद आरोपी के कब्जे से एक एक्टिवा और मोबाइल भी बरामद किए हैं।