नई दिल्ली। भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को हाल में एक और चोट लगने से उनकी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी और भी अधिक विलंबित हो सकती है। टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने इस बात पुष्टि करते हुए कहा कि इस साल फ़रवरी में शमी के दाहिने पैर की सर्जरी हुई थी अब उनके घुटने में सूजन आ गई है जिससे उनकी रिकवरी में देरी हो रही है। रोहित के अनुसार, ”अभी यह कहना मुश्किल है कि वह इस सीरीज़ या ऑस्ट्रेलिया सीरीज़ के लिए फ़िट होंगे या नहीं। हाल ही में उन्हें एक और चोट लगी है उनके घुटने में सूजन आ गई जो काफ़ी असामान्य है।” उन्होंने कहा ”वह फ़िट होने की प्रक्रिया में थे और लगभग फ़िट भी हो गए थे लेकिन उनके घुटने में सूजन आ गई है। इससे उनकी रिकवरी में थोड़ी देरी हुई है और उन्हें फिर से शुरुआत करनी पड़ेगी।”
शमी ने आख़िरी बार 2023 में एकदिवसीय विश्वकप में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेला था जहां उन्होंने सात मैचों में 24 विकेट लेकर भारत को फ़ाइनल तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने विश्व कप के दौरान दर्द के बावजूद खेलते हुए अपने टखने का इलाज इंजेक्शनों से कराया था। शमी ने इस साल की शुरुआत में लंदन में सर्जरी कराई थी। इसके बाद उनका रिहैब भी अच्छा गुजर रहा था। वह अगले महीने शुरू होने वाली पांच टेस्ट मैचों की ऑस्ट्रेलिया सीरीज़ में चयन के लिए उपलब्ध हो जाते लेकिन उनकी ताज़ा चोट ने उनकी टीम में वापसी की योजना को एक बड़ा धक्का दिया है।
भारतीय कप्तान ने यह भी पुष्टि की कि शमी इस समय नेशनल क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में फिजियोथेरेपिस्ट और डॉक्टरों के साथ काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ”अभी वह एनसीए में हैं। वह फिजियो और डॉक्टरों के साथ काम कर रहे हैं। हम चाहते हैं कि वह शत-प्रतिशत फिट हो जाएं। हम किसी भी हाल में उन्हें ऑस्ट्रेलिया में आधी-अधूरी तैयारी के साथ नहीं ले जाना चाहते।”
रोहित ने कहा, ”शमी ने एक साल से अधिक समय से कोई क्रिकेट नहीं खेला है। किसी तेज़ गेंदबाज़ के लिए इतना समय क्रिकेट से दूर रहना और फिर अचानक से फ़ॉर्म में आ जाना काफ़ी कठिन होता है। यह आदर्श स्थिति नहीं है। हम उन्हें पूरा समय देना चाहेंगे ताकि वह सौ फीसदी फिट हो सकें। फिजियो, ट्रेनर और डॉक्टरों ने उनके लिए एक रोडमैप तैयार किया है। उन्हें अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलने से पहले कुछ और मैच खेलने होंगे। हम न्यूज़ीलैंड सीरीज़ के बाद देखेंगे कि वह किस स्थिति में हैं और फिर ऑस्ट्रेलिया में उनके लिए क्या भूमिका होगी, इस पर निर्णय लेंगे।” वर्तमान विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) चक्र में भारत के पास अभी आठ टेस्ट बचे हैं। भारत न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ तीन मैचों की सीरीज़ के बाद ऑस्ट्रेलिया के साथ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ खेलेगा।