शहरी विकास मंत्री ने विकास कार्यो को लेकर ली समीक्षा बैठक
देहरादून। उत्तराखंड के शहरी विकास मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल ने शुक्रवार को देहरादून में स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत चल रहे विकास कार्यों को लेकर बैठक की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को जून के आखिर तक हर हाल में स्मार्ट सिटी परियोजना के सभी कार्य पूरा करने के निर्देश दिए।
उत्तराखंड 20 जून तक मॉनसून दस्तक दे सकता है। यहीं कारण है कि सरकार और प्रशासन की तरफ से अधूरे पड़े तमाम विकास कार्य जून तक पूरा करने के निर्देश दिए है। दरअसल, बीते कई सालों से स्मार्ट सिटी परियोजना के विकास कार्यों के कारण देहरादून की जनता को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बरसात के दिनों में शहर में जल भराव की समस्या आम बात हो गई है। इन्हीं तमाम मसलों को लेकर शहरी विकास मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल ने देहरादून में अधिकारियों के साथ बैठक की और उन्हें जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
मंत्री अग्रवाल ने देहरादून में स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत क्रैच बिल्डिंग, पलटन बाजार में जल भराव, ई-बसों के संचालन, सहारनपुर चौक पर हो रहे ड्रेनेज कार्यों, सीसीटीवी कैमरे और सीवरेज कार्यों को तय समय पर पूरा करने को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए।
साथ ही स्मार्ट सिटी परियोजना से जुड़े हुए कार्यों के प्रचार-प्रसार को लेकर तमाम स्थानों पर फ्लैक्सी बोर्ड लगवाने के भी अधिकारियों को निर्देश दिए। मंत्री अग्रवाल ने फूटपाथ पर वाहन पार्किंग आदि कब्जों के निराकरण के लिए बोलार्ड लगाये जाने की स्थिति और समय-समय पर अतिक्रमण किये गये स्थानों पर ड्राइव चलाने के लिए अधिकारियों को कहा।
चकराता रोड पर फीडर पिलर, डिवाइडर और सौन्दर्यीकरण के कार्यों की भी समीक्षा की। मंत्री ने स्मार्ट सिटी के तहत घरों में वाटर मीटर लगाये जाने, आराघर से मोथरोवाला तक के कार्यों की स्थिति पर चर्चा करते हुए निर्देश दिए कि जल्द से जल्द बचे हुए कार्यों को पूरा करे।
परेड ग्राउंड के चारों ओर 8 हाई मास्ट और 101 स्ट्रीट लाइट लगाये गये हैं। शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल ने कहा कि ग्रीन बिल्डिंग का कार्य नवंबर 2025 तक पूरा कर लिया जायेगा, जबकि बाकी बचे स्मार्ट सिटी परियोजना के काम जून महीने तक पूरा कर लिया जाएगा। साथ ही कहा कि अधिकारियों को निर्देश दिए गए है कि स्मार्ट सिटी के कार्यों की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। इसके लिए अधिकारी समय-समय पर निर्माण कार्यों का निरीक्षण भी करते रहे।