क्या आप अपने मोबाइल पर वीडियो देखने के शौकीन हैं? क्या आपके फ़ोन में यूट्यूब ऐप इंस्टॉल है? क्या आप वीडियो को लाइक भी करते हैं? अगर आपका जवाब हां है, तो ध्यान दें – यूट्यूब के माध्यम से लोगों को धोखा देने के लिए एक खतरनाक चाल चलाई जा रही है। इसके परिणामस्वरूप, बिना आपको इसका पता चले, आपका बैंक खाता खाली हो सकता है।
नागपुर, महाराष्ट्र के एक निवासी, 56 वर्षीय सारिकोंडा राजू, इस धोखाधड़ी का शिकार बने हैं। राजू के बैंक खाते में 77 लाख रुपये थे, जो साइबर अपराधियों ने उनसे धोखाधड़ी से ले लिए। इस मामले में सारिकोंडा राजू ने पुलिस में शिकायत की है, लेकिन पैसे ग़ायब हो चुके हैं और वर्तमान में साइबर अपराधियों की पहचान करना मुश्किल है।
सारिकोंडा राजू, जो सोशल मीडिया पर अक्सर एक्टिव रहते थे, और एक दिन उन्होने एक चौंकाने वाली घटना में फंस जाने की कहानी को साझा की है। दरअसल वो अक्सर सोशल मीडिया चैनल्स पर एक्टिव रहता था, और यहीं से उनकी मुश्किलें शुरू हो गईं।
एक दिन, राजू को टेलीग्राम के माध्यम से साइबर क्रिमिनल्स से संपर्क हुआ। इस संपर्क के बाद, राजू को एक बड़ी प्रस्तावना दी गई, जिसमें उन्हें यूट्यूब वीडियोज पर लाइक करने के लिए पैसे प्राप्त करने का अवसर मिला। यह प्रस्तावना उन्हें यह बताई गई कि उन्हें केवल वीडियोज को लाइक करने की आवश्यकता है, और जितने ज्यादा लाइक्स मिलगें उतने ज्यादा पैसे बढ़ेंगे।
उन्होंने एक कंपनी के साथ संपर्क किया, और उन्हें विश्वास हो गया कि यह वाकई एक बड़ा अवसर है। राजू का काम यह था कि वे यूट्यूब पर दिए गए वीडियोज को लाइक करते थे, और उन्हें इसके बदले पैसे मिलते थे। यह काम आसान था – वे बस यूट्यूब वीडियो को लाइक करके स्क्रीनशॉट शेयर करते थे।
शुरुआत में, राजू ने इस काम से कुछ पैसे कमाए, और उन्हें इसमें खुशी मिली। लेकिन धीरे-धीरे, उनकी आमदनी बढ़ने लगी और उन्हें लालच के लिए प्रेरित किया कि अगर वो थोड़े से पैसे लगाएंगे तो उनका मुनाफा ज्यादा बढ़ जाएगा। लेकिन यह उनके लिए एक बड़ा गलती साबित हो गया जिसमें वे बुरी तरह से फंस गए। वे कंपनी के प्रति बिना सोचे समझे विश्वास करने लगे, और यह विश्वास उन्हें बहुत महंगा पड़ा।
जब वे अपनी बैंक डिटेल्स कंपनी के साथ साझा करने लगे, तभी उनके बैंक खाते से 77 लाख रुपये कट गए, और चंद दिनों में ही राजू अपनी जिंदगी की पूरी कमाई गंवा चुके थे।।
इन घटनाओं के बाद, पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है और राजू को सहायता प्रदान करने का प्रयास कर रही है। दूसरी ओर, पुलिस और क्राइम विभाग दूसरों को इस तरह के जालों से बचाव के लिए सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैं, ताकि वे भी कभी इन तरह के चक्करों में न फंसें।