दिल्ली के भोगल में हुई 25 करोड़ रुपये की सबसे बड़ी चोरी के मामले में जो खुलासे हुए हैं, वह आपके गले भी नहीं उतरेंगे। दिल्ली पुलिस का दावा है कि इस चोरी की वारदात को किसी गिरोह ने नहीं किया, बल्कि एक चोर ने अकेले ही यह काम किया है। इस मामले को सुलझाने का दावा दिल्ली पुलिस कर रही है, जबकि छत्तीसगढ़ पुलिस का कहना है कि उन्होंने भी इस केस को सुलझाया है। अब दिल्ली पुलिस इस मामले के आरोपी को लेकर दिल्ली आ रही है और पुलिस के मुताबिक उन्हें चोरी का माल भी बरामद किया गया है।
दिल्ली की सबसे बड़ी चोरी के मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस का दावा है कि उन्होंने इस केस को सुलझाया है। उनका कहना है कि बिलासपुर पुलिस की एसीसीयू और सिविल लाइन थाने की टीम ने सात चोरियों की वारदात को अंजाम देने वाले लोकेश को स्मृतिनगर थाना क्षेत्र के एक घर से लोकल दुर्ग और रायपुर पुलिस के सहयोग से पकड़ा है। पुलिस का कहना है कि बिलासपुर में चोरी के मामले में जब उस गिरफ्तार किया गया तो उसके पास से साढ़े 12 लाख रुपये के अलावा कुछ दिन पहले दिल्ली जंगपुरा के सनसनीखेज करोड़ों की चोरी के मामले में लगभग साढ़े अठारह किलो सोना और हीरे आदि ज्वेलरी भी तलाशी के दौरान बरामद हुई।
पुलिस का कहना है कि आरोपी ने दिल्ली की वारदात में शामिल होने की बात कबूली है। जब इस मामले की सूचना दिल्ली पुलिस को मिली, तो वह गुरुवार देर रात वहां पहुंच गई। छत्तीसगढ़ पुलिस का कहना है कि बिलासपुर पुलिस ने लोकेश के दूसरे साथी शिवा चंद्रवंशी को कवर्धा से ज्वैलरी सहित कुल 23 लाख जुमला माल के साथ पकड़ा है। लोकेश को तब गिरफ्तार किया गया जब वह खिड़की से कूदकर भागने की कोशिश कर रहा था। बिलासपुर पुलिस का कहना है कि यह आरोपी अभी और खुलासे भी कर सकते हैं।
दिल्ली पुलिस जिस सबसे बड़ी चोरी के मामले में दिन-रात एक करके केस को सुलझाने में जुटी थी, उसका आरोपी छत्तीसगढ़ से मिला। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा गिरफ्तार तीन आरोपियों में से एक को ही लेकर दिल्ली आ रही है। दिल्ली पुलिस का कहना है कि लोकेश श्रीवास ने अकेले ही चोरी की वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस का कहना है कि लोकेश अकेले शोरूम तक पहुंचा था और अपने साथ औजार भी लाया था। आरोपी अपने साथ पत्थर कटर लेकर आया था और उसने संडे की रात अकेले शोरूम में घुसकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया।
दिल्ली पुलिस के अनुसार, शोरूम रविवार रात करीब आठ बजे दुकान बंद हुई और मंगलवार सुबह करीब 10.30 बजे दुकान खुली, तो चोरी घटना की जानकारी हुई। दुकान में बेसमेंट में एक तिजोरी है, जिसमें एक भारी धातु का गेट और तीन तरफ दीवारें हैं। ग्राहकों के साथ लेन-देन शोरूम के भूतल पर होता है, जबकि इसकी ऊपरी तीन मंजिलों का उपयोग भंडारण और आभूषणों से संबंधित अन्य कार्यों के लिए किया जाता है। दुकान से करीब 30 किलोग्राम सोने के आभूषण और पांच लाख रुपये नकद चोरी हुए थे। दुकान के मालिक महावीर प्रसाद जैन ने बताया कि उनका शोरूम करीब 75 साल पुराना है।