देहरादून। विधानसभा उपचुनाव बीजेपी हार गई जहाँ मंगलौर में बेहद कम वोटो से बीजेपी हारी ये उपलब्धि हो सकती हैं, लेकिन बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष जिन्हे खुद पार्टी ने हार के बाद राज्य सभा भेजा वो अपनी सीट भी नहीं जीता सकें। हाल तो ये हैं कि किसी भी राउंड में बीजेपी प्रत्याशी की जीत नहीं हुई, हो सकता है बीजेपी प्रत्याशी को लेकर नाराजगी ज्यादा हो लेकिन सूत्र बताते हैं कि बीजेपी कार्यकर्ताओ ने भी पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में काम नहीं किया। कहने वाले तो कहते हैं कि महेंद्र भट्ट भी मन से जीत के लिए नहीं जुटे ऐसे में सवाल उठता हैं कि क्या महेंद्र भट्ट हार की नैतिक जिम्मेदारी लेंगे और क्या प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देंगे।
तो हार के बाद बोले महेंद्र भट्ट, कहा जनादेश को हम स्वीकार करते हैं और करना भी चाहिए। उनके अनुसार राजेंद्र भंडारी के आने से बीजेपी की लोकसभा में बड़ी जीत मिली उनके अनुसार मिथ्या प्रचार समेत कई मामले रहें जिसके चलते बीजेपी सीट नहीं जीत सकी। व्यक्तिगत कारण भी हो सकते हैं साथ ही हमने कहा था की कांग्रेस विधायक छोड़कर आएगा तो हम उसे प्रत्याशी बनाएंगे हो सकता हैं हमारा वो फैसला गलत रहा हो लेकिन हम हार की समीक्षा कर रहें हैं।
“भंडारी चैप्टर” राजनीतिक पार्टियों और दल बदलुओं के लिए एक कड़ा सबक
देहरादून। उत्तराखंड में दो उप चुनाव में कांग्रेस की जीत कई मायने में ऐतिहासिक है। एक तरफ जहां अयोध्या में इंडिया गठबंधन की जीत से पूरे देश में यह संदेश गया कि भाजपा का हर दांव सही बैठने वाला नहीं है तो वहीं अब बद्रीनाथ सीट पर भाजपा की हार से एक बार फिर यह संदेश बद्रीनाथ गया है कि अपनी मर्जी जनता पर नहीं थोप सकते, और जनता ने अब अवसरवादियों को अस्वीकार करना शुरू कर दिया है। मंगलौर सीट पर भी भाजपा द्वारा बाहरी उम्मीदवार स्थानीय जनता की कसौटियों पर खरा नहीं उतरा, ओर कांग्रेस यह सीट भी ले उड़ी। दोनों विधानसभा उप चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशियों की जीत पर प्रदेश मुख्यालय में जीत का जश्न लंबे समय बाद उत्साह के साथ नजर आया तो वहीं उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि भाजपा ने उत्तराखंड की जनता को अपना गुलाम समझ रखा है और वो समझ रहे हैं कि वो कोई भी ऊल जलूल निर्णय लेंगे और जनता आंख बंद कर उनके निर्णय पर मोहर लगा देगी लेकिन श्री बद्रीनाथ जी व मंगलौर के उप चुनाव के नतीजों ने भाजपा की इस गलत फहमी को चकनाचूर कर दिया। धस्माना ने कहा कि भाजपा ने मंगलौर में दोहरा अपराध किया पहला तो वो हरियाणा निवासी को लेकर आई और उसे प्रत्याशी बनाया और फिर पूरे चुनाव में खुले आम गुंडागर्दी पुलिस प्रशासन के संरक्षण में करवा कर चुनाव लूटने का प्रयास किया जिसे जनता ने सफल नहीं होने दिया।