मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 4800 करोड़ रुपए के निवेश के लिए विभिन्न कंपनियों के साथ एमओयू पर किए हस्ताक्षर ।

उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज बड़ा कदम उठाया है, जब वह विभिन्न कंपनियों के साथ 4800 करोड़ रुपए के निवेश का समझौता किया। इस निवेश के साथ ही, उत्तराखण्ड में विदेशी निवेशकों का रुझान बढ़ गया है और देवभूमि को औद्योगिक संभावनाओं का सुरक्षित स्थान मिला है।

इस समय, उत्तराखण्ड सरकार ने विभिन्न कंपनियों के साथ महत्वपूर्ण निवेश की घोषणा की है। कयान जेट कंपनी के साथ 3800 करोड़ का एमओयू होने का फैसला किया गया है, जिसमें स्कींग रिसॉर्ट का विकास और केबल कार प्रोजेक्ट के लिए निवेश शामिल है। उषा ब्रेको लिमिटेड के साथ भी 1000 करोड़ रुपए के निवेश का समझौता किया गया है। इसके अलावा, उत्तराखण्ड सरकार ने 2.5 लाख करोड़ के निवेश का लक्ष्य तय किया है, जो राज्य के औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य के साथ है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल ने ब्रिटेन की पार्लियामेंट का भ्रमण किया और वहां के सांसदों के साथ विचार साझा किया। इस दौरान, विभिन्न कंपनियों के साथ 4800 करोड़ रुपए के इनवेस्टमेंट का एमओयू हस्ताक्षरित किया गया है।

मुख्यमंत्री के नेतृत्व में, प्रतिनिधि मंडल ने लंदन में विभिन्न बिजनेस हाउसेस के साथ उत्तराखण्ड के औद्योगिक निवेश के बारे में चर्चा की। इस अवसर पर कयान जेट ने उत्तराखण्ड में स्कींग रिसॉर्ट के विकास के लिए 2100 करोड़ और केबल कार प्रोजेक्ट के लिए 1700 करोड़ रुपए के निवेश का समझौता किया है।

इसके अलावा, उषा ब्रेको लिमिटेड के साथ भी रोपवे के क्षेत्र में निवेश का समझौता किया गया है, और हरिद्वार और अन्य जनपदों में रोपवे विकास की दिशा में कदम बढ़ाया गया है।

मुख्यमंत्री धामी ने सभी निवेशकों को आगामी दिसंबर माह में आयोजित होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर समिट हेतु उत्तराखण्ड आने के लिए आमंत्रित किया है।

इस संयोग से हम यहां पर जानते हैं कि उत्तराखण्ड सरकार औद्योगिक निवेश के माध्यम से राज्य के विकास को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठा रही है और विदेशी निवेशकों को भी इसमें शामिल कर रही है।

आखिर में, मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि उत्तराखण्ड को विश्व पर्यटन डेस्टिनेशन बनाने की दिशा में प्रदेश सरकार कड़ी मेहनत कर रही है, और यहां पर वेलनेस टूरिज्म और ग्रामीण पर्यटन जैसे कई अवसर हैं। उन्होंने बताया कि उत्तराखण्ड में ऋषिकेश योग और आध्यात्म की विश्वस्तरीय राजधानी के रूप में माना जाता है, और यहां पर विश्व भर से पर्यटक हर साल योग और आध्यात्म के लिए उत्तराखण्ड की ओर आते हैं। वे बताते हैं कि प्रदेश सरकार ऋषिकेश और अन्य स्थलों पर विश्वस्तरीय कन्वेशनर सेंटर की स्थापना के लिए निवेशकों से बातचीत कर रही है।

इस अवसर पर, भारतीय उच्चायुक्त महामहिम विक्रम दोरईस्वामी ने उत्तराखण्ड सरकार की नीतियों और विजन की सराहना की, और उन्होंने बताया कि उत्तराखण्ड का बढ़ावा देने के लिए यहां पर विकसित होने के कारण दिल्ली एनसीआर में रहने वाले लोगों के लिए एक विकेंड डेस्टिनेशन के रूप में उभर आया है।

समापन में, आज विश्व पर्यटन दिवस है, और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखण्ड को ग्लोबल पर्यटन डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने के लिए प्रदेश सरकार के प्रयासों की सराहना की है।

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