श्री मुक्तसर साहिब। मुक्तसर की जिला जेल में कैदियों की गुंडागर्दी देखने को मिली। जेल में पिक्स मशीनों के साथ छेड़छाड़ कर उनका दुरुपयोग करने से रोकने पर दो कैदियों ने लोहे के नुकीले हथियार से जेल वॉर्डन पर जानलेवा हमला कर दिया।
घायल हुए जेल वॉर्डन को तुरंत सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया। घटना गुरुवार शाम की है। आरोपित कैदी हत्या सहित अन्य अपराधिक मामलों में जेल में बंद है।
2 कैदियों पर दर्ज हुआ केस
मामले में जेल के सहायक सुपरिटेंडेंट के बयान पर थाना सदर में कैदी हरदीप सिंह पुत्र हरदेव सिंह निवासी जिला बरनाला व अप्रैल सिंह उर्फ शेरा पुत्र कर्म सिंह निवासी खुरशेरपुर जालंधर के खिलाफ जेल में माहौल खराब करने और सरकारी ड्यूटी में बाधा डालने के आरोप में केस दर्ज कर लिया है।
जिला जेल के सहायक सुपरिटेंडेंट ने बताया कि उक्त दोनों कैदी जेल में पिक्स मशीनों के साथ छेड़छाड़ कर उनका दुरुपयोग करने का प्रयास कर रहे थे। जेल कर्मियों ने इन कैदियों को 17 जुलाई को समझाया कि पिक्स मशीनों को हैंग करने से जेल का सिस्टम क्रैश होता है और अन्य कैदियों को अपने परिजनों से बातचीत करने में समस्या आती है।
18 जुलाई को लीगल सर्विस अथारिटी मुक्तसर से आए वकीलों द्वारा जेल के अंदर बंदियों को लीगल एड की जानकारी देने के लिए बैरकों का दौरा किया जा रहा था। इस दौरान इन कैदियों को समझाने के लिए अन्य बैरक में डालने के लिए बुलाया गया।
कैदियों ने आने से इन्कार कर दिया, जब ड्यूटी वॉर्डन सुखदेव सिंह व पैसको कर्मचारी बोहड़ सिंह उक्त बंदियों को ब्लाक नंबर चार में बुलाने गए तो कैदियों द्वारा इन कर्मचारियों से गाली गलौज की गई और धमकी भी दी गई।
हमले में घायल हुए जेल वॉर्डन
जब कर्मचारियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो उक्त कैदियों द्वारा जेल वॉर्डन सुखदेव सिंह पर लोहे की किसी तीखी व नुकीली वस्तु से हमला कर दिया, जिससे वॉर्डन सुखदेव सिंह के चेहरे से खून निकलने लगा, जिसे तुरंत उपचार के लिए सिविल अस्पताल मुक्तसर में भेज दिया गया।
उक्त कैदियों को जेल का माहौल खराब करने व शांति भंग करके अधिकारियों और कर्मचारियों को गलत शब्दावली का उपयोग करके उन पर जानलेवा हमला कर जेल नियमों का उल्लंघन करने और सरकारी ड्यूटी में बाधा डालने के आरोप में जिला जेल सुपरिटेंडेंट की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है।
जिला जेल के सहायक सुपरिटेंडेंट वरुण ने बताया कि मामला शांत करवा लिया गया है। उक्त कैदियों का ट्रांसफर रोल तैयार करके डीजीपी को भेजा गया है।