उत्तर प्रदेश के अयोध्या में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें हनुमानगढ़ी मंदिर क्षेत्र में एक नागा साधु की हत्या की गई. घटना के प्रकट होने पर, पुलिस तुरंत मौके पहुंची और नागा साधु की लाश को जांचने लिए जब्त किया। एक पुलिस अधिकारी ने खुलासा किया कि इस मामले में साधु के दो शिष्यों को गिरफ्तार किया गया है, और पुलिस उनकी जांच कर रही है.
मृतक का नाम राम सहारे दास था, जिनकी आयु 40 वर्ष थी. यह घटना बुधवार रात को घटी थी और उसके परिणामस्वरूप कई बड़ी मुश्किलों का सामना किया गया है। पुलिस ने बताया कि नागा साधु के गले पर गहरी चोट के निशान पाए गए हैं और मानसिक जाँच के बाद, उनके शिष्यों पर आरोप लगाया गया है। मृतक का नाम राम सहारे दास था और उनकी आयु 40 वर्ष की बताई जा रही है। इस घटना को बुधवार रात को आयोजित किया गया था। पुलिस ने बताया कि साधु के गले पर गहरी चोट के निशान पाए गए हैं और उनके शिष्यों को आरोपित करने के बाद गिरफ्तार किया गया है। आरोपी शिष्यों के नाम अंकित दास और ऋषभ शुक्ला थे, और उन्हें गिरफ्तार किया गया है।
इस मामले में हनुमान गढ़ी मंदिर के महंत राम चरण दास ने बताया कि घटना के बाद आरोपी दोनों अपने कमरे को बंद करके फरार हो गए थे। घटना की जानकारी सुबह के लगभग 6 बजे मिली।राम चरण दास ने बताया कि साधु के कमरे का दरवाजा बंद था. जब दरवाजा काफी देर तक नहीं खुला, तो लोगों ने बाहर से आवाज दी. फिर भी कमरे से कोई आवाज नहीं आई तो लोग खुद दरवाजा खोले और अंदर गए. कमरे में साधु राम सहारे दास बेसुध हाल में थे. जमीन पर खून फैला हुआ था. जब लोग पास गए तो पता चला कि उनकी मौत हो गई है.
अयोध्या के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आर के नैय्यर के अनुसार, इस घटना में साधु के शिष्यों पर हत्या का आरोप लगाया गया है. इन दोनों के नाम अंकित दास और ऋषभ शुक्ला हैं, और पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस वर्तमान में उनसे जांच में जुटी है.
मृतक साधु लगभग 30 साल से हनुमानगढ़ी में आवास कर रहे थे, जो इस सादगीपूर्ण शहर के आध्यात्मिक जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा थे और शांतिपूर्वक अपना जीवन यापन केआर रहे थे।