यूपीएससी के पैनल भेजे जाने के बाद गृह सचिव के जारी किए आदेश जारी
कार्यवाहक डीजीपी के तौर पर कार्य कर रहे थे अभिनव कुमार
1995 बैच के आईपीएस अधिकारी से सेठ
देहरादून। उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक के रूप में अब आईपीएस अधिकारी दीपम सेठ जिम्मेदारी संभालेंगे। शासन में गृह सचिव शैलेश बगौली ने इस संदर्भ में आदेश जारी कर दिए हैं। दीपम सेठ की केंद्रीय प्रतिनियुक्ति खत्म होने के बाद से ही लगातार उनके पुलिस महानिदेशक के रूप में तैनाती मिलने को लेकर चर्चाएं तेज हो गई थी। ऐसे में सोमवार को शासन ने कयासों को सच साबित करते हुए पुलिस महानिदेशक के रूप में दीपम सेठ को जिम्मेदारी देने से जुड़ा आदेश जारी कर दिया है। वहीं दीपम सेठ 1995 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। दीपम सेठ राज्य के 13वें पुलिस महानिदेशक होंगे।
उत्तराखंड पुलिस को नया पुलिस महानिदेशक मिल गया है। गृह विभाग ने दीपम सेठ को पुलिस महानिदेशक बनाए जाने का आदेश जारी किया है। उत्तराखंड में पुलिस महानिदेशक के तौर पर स्थायी तैनाती को लेकर पिछले लंबे समय से इंतजार किया जा रहा था। आईपीएस अधिकारी अशोक कुमार के पुलिस महानिदेशक पद से सेवानिवृत्त होने के बाद अभिनव कुमार को कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक बनाया गया था।
हालांकि, यूपीएससी को सात अधिकारियों के नाम भेजे गए थे, जिसमें अभिनव कुमार का नाम भी शामिल था। लेकिन यूपीएससी ने तीन नाम के पैनल में उनका नाम शामिल नहीं किया, ऐसे में उनका पुलिस महानिदेशक पद से दावेदारी खत्म हो गई। जिसके बाद पैनल में पहले नंबर पर शामिल 1995 बैच के आईपीएस अधिकारी दीपम सेठ को शासन ने पुलिस महानिदेशक के पद पर जिम्मेदारी सौंप दी है। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी से सचिवालय में नवनियुक्त पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ ने शिष्टाचार भेंट की।
केंद्र में निभा चुके है कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां
देहरादून। 1995 के आईपीएस अधिकारी दीपम सेठ उत्तराखंड के साथ ही केंद्र में भी कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां में रहे थे। फिलहाल दीपम सेठ एसएसबी में प्रतिनियुक्ति के तौर पर काम देख रहे थे, जबकि इससे पहले वह आइटीबीपी में भी आईजी के तौर पर जिम्मेदारी देख रहे थे। दीपम सेठ ने उत्तर प्रदेश में भी विभिन्न जिलों में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां देखी है। जबकि उत्तराखंड में भी विभिन्न महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां को देखने के बाद दीपम सेठ केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर गए थे।
आईपीएस अधिकारी दीपम सेठ के करियर में कहां कहां रहे नियुक्त
पुलिस अधीक्षकरू टिहरी गढ़वाल और ज्योतिबा फुले नगर।
सेनानायक, पीएसीरू 41वीं वाहिनी पीएसी, मेरठ।
संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन, कोसोवोरू जहां उन्होंने प्रोजेक्ट मैनेजर के रूप में कार्य किया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, नैनीताल।
पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी)रू गढ़वाल परिक्षेत्र, क्राइम और लॉ एंड ऑर्डर, पीएसी, प्रशिक्षण।
पुलिस महानिरीक्षक (आईजी)रू लॉ एंड ऑर्डर, स्पेशल टास्क फोर्स, पुलिस मुख्यालय, पी एंड एम
आईटीबीपी में आईजी, नॉर्थ वेस्ट फ्रंटियर, लद्दाख, आईजी (कार्मिक, स्थापना और सतर्कता), आईटीबीपी महानिदेशक, नई दिल्ली
अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) एसएसबी
दीपम सेठ से सीनियर उत्तराखण्ड कैडर के तीन आईपीएस की उत्तराखण्ड नहीं आए
देहरादून। आईपीएस दीपम सेठ उत्तराखण्ड के 13 डीजीपी बनाए गए है। लेकिन उत्तराखण्ड कैडर में आईपीएस सफी अहसान रिजवी (1989 बैच) आईपीएस दीपेश जुनेजा (1992 बैच) आईपीएस एलवी एंटनी देव कुमार (1994 बैच) के तीन आईपीएस जो कि दीपम सेठ से सीनियर थे जो उत्तराखण्ड कभी आए ही नहीं। जिसक कारण दीपक सेठ की डीजीपी बनने के लिए लाटरी लग गई। अभी दीपक सेठ जनवरी 2025 तक कार्यवाहक डीजीपी के तौर पर तैनात होगे क्योंकी जनवरी 2025 में दीपम सेठ व पीवीके प्रसाद की प्रोन्नती डीजी रैक के लिए होगाी।
अभिनव कुमार को मिली जेल विभाग की स्वतंत्र जिम्मेदारी
देहरादून। कार्यवाहक डीजीपी अभिनव कुमार जो कि यूपी कैडर के हैं उन्हें डीजीपी अशोक कुमार के बाद कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया था। उन्हें डीजी जेल का स्वतंत्र प्रभार दिया गया है। अभिनव कुमार एस साल से उत्तराखण्ड में कार्यवाहक डीजीपी के तौर पर कार्य कर रहे थे। सुप्रीम कोर्ट मे दायर याचिका के कारण अभिनव कुमार को हटाना सरकार की मजबूरी थी। यूपी कैडर के होने के कारण भी अभिनव कुमार का नाम यूपीएससी के पैनल में शामिल नहीं किया गया था। अभिनव कुमार से अपना कैडर बदने के लिए प्रयास किए थे लेकिन उनका कैडर नहीं बदला जा सका था। अभिनव कुमार को सरकार ने जेल महकमें का स्वायत्त चीफ बनाया है।