दुर्गाष्टमी के पावन दिन पर देहरादून के मुख्य सदन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और मंत्री रेखा आर्या ने एक अद्वितीय कदम उठाया है। इस खास मौके पर, वे आंगनवाड़ी और मिनी आंगनवाड़ी बहनों को सुपरवाइजर के पद पर नियुक्ति पत्र देने का ऐलान किया है।
मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि प्रदेश में 150 आंगनवाड़ी और 17 मिनी आंगनवाड़ी केंद्रों के लिए सुपरवाइजर के पदों के लिए चयन किया गया है। आज, यानी रविवार (22 अक्टूबर), मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इन सुपरवाइजरों को नियुक्ति पत्र दिया है। इस समय, वे नंदा गौरा योजना और मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट पोर्टल योजना का भी शुभारंभ करने के लिए जुटे।
कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने बताया, ”यह एक खुशियों भरा दिन है आज, हमारी आंगनवाड़ी बहनों के लिए। वे लंबे समय से इसकी मांग कर रही थीं, और आज उनकी इच्छा पूरी हो गई है। मुझे पूरा यकीन है कि वे सुपरवाइजर के पद पर चयन होने के बाद अपने काम को पूरी ईमानदारी से करेंगी और अपने साथी बहनों के लिए एक प्रेरणा स्रोत बनेंगी.”
कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने यह भी कहा, ”हमारी आंगनवाड़ी बहनें हमारे विभाग की प्राण-शक्ति हैं, उनकी हर समस्या का समाधान हमारे सरकार और विभाग की जिम्मेदारी है. वे इस कार्य के लिए कठिन प्रयासरत हैं। आज, उत्तराखंड वहाँ का तीसरा राज्य है जो अपनी आंगनवाड़ी बहनों को सबसे अधिक मानदेय प्रदान कर रहा है.” उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने 2021 में उनके पूर्व मानदेय को बढ़ाकर 1500 रुपये किये हैं, जो अब 9300 रुपये हो गए हैं.
वास्तव में, आंगनवाड़ी और मिनी आंगनवाड़ी बहनों को सुपरवाइजर के पद पर चुना गया है। सुपरवाइजर के पद पर नियुक्त होने वालों को नियुक्ति पत्र भी दिए गए हैं। इस अवसर पर, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और मंत्री रेखा आर्या भी मौजूद थे। सीएम धामी ने इसके बाद दो और महत्वपूर्ण योजनाओं का आयोजन किया। उन्होंने “नंदा गौरा योजना” और “मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट पोर्टल योजना” का शुभारंभ किया है।