रांची, झारखंड के राजधानी शहर में एक बच्चा चोर गिरोह का पर्दाफाश हो चुका है, और इस गिरोह के दोषी लोग महेंद्र सिंह धोनी के नाम का दुरुपयोग करके लोगों को धोखा देते थे। उन्होंने लोगों को यह बताया कि धोनी की ओर से उन्हें एक आवास और 5000 रुपये नगद दिए जाएंगे। लेकिन जब लोग धोखे में आ जाते तो उन्हें एक विशेष स्थान पर अपने बच्चों को लेकर बुलाया जाता और फिर उनके बच्चे को चुरा लिया जाता था।
इस गिरोह ने पिछले महीने 22 अक्टूबर को एक वर्षीय बच्चे रुद्र राज को अगवा किया था, और यह वारदात एक युवक और युवती द्वारा की गई थी। इसके अलावा, इस गिरोह ने 20 दिन पहले भी रांची के अरगोड़ा थाना क्षेत्र में इसी प्रकार की अपराधिक गतिविधियों का आयोजन किया था।
रांची पुलिस के अनुसार, इन बदमाशों ने भोले-भाले लोगों को धोखा देते हुए धोनी के नाम का दुरुपयोग करते थे, कि धोनी की ओर से उन्हें एक मकान और 5000 रुपये नगद मिलेंगे. वहीं जब लोग झांसे में आ जाते तो उन्हें अपने बच्चे को लेकर किसी स्थान पर बुलाते और फिर मौका देख कर उनका बच्चा चोरी कर लेते थे. इस गिरोह ने पिछले महीने 22 अक्टूबर को एक डेढ़ वर्षीय बच्चे रुद्र राज को अगवा किया था. यह वारदात एक युवक और युवती ने अंजाम दिया था.
आरोपियों ने बच्चे की माँ, मधु देवी, को धोखा देकर एक एकांत स्थान पर बुलाया और उसके बच्चे को छीन लिया। पुलिस ने इस मामले की जाँच की जिसमें आरोपियों की पहचान की गई, और यह पता चला कि रांची के सुखदेव नगर इलाके के विनय वर्मा और सिमडेगा जिले की रहने वाली सलूजा बेगम आरोपियों के तौर पर शामिल थे। पुलिस ने इन दो आरोपियों को गिरफ्तार किया और जाँच की तहत पता चला कि इस गिरोह में और छह लोग भी शामिल हैं। इस गिरोह के सरगना के रूप में रांची के चान्हो इलाके के साजिद अंसारी, जिनका उपनाम बबलू है, हैं।
इस खुलासे के बाद पुलिस ने इस गिरोह के सभी सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि बच्चे को छीनने के बाद, आरोपियों ने उसको एक लाख 20 हजार रुपए में बेच दिया। यह बच्चा महेंद्र साव का था, और वह चत्रा जिले के इटखोरी इलाके में रहने वाले महेंद्र साव को बेच दिया गया था। पुलिस ने आरोपियों की पहचान और उनकी गिरफ्तारी के लिए सुनी हुई गवाहियों की मदद की और बच्चे को सुरक्षित तरीके से वापस पाया है। रांची के वरीय पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिंह ने बताया कि सिटी एसपी राजकुमार मेहता की टीम ने इस गिरोह का खुलासा किया है.
पुलिस ने बच्चे को सुरक्षित तरीके से बरामद किया और उसके परिवार के सदस्यों को सौंप दिया है। पुलिस ने आरोपियों की पहचान की जिसमें रांची के सुखदेव नगर इलाके के विनय वर्मा, सिमडेगा की सलूजा बेगम, रामगढ़ जिले के कृष्णा मिश्रा, गीता मुंडा, रांची के चान्हो निवासी साजिद अंसारी जिनका उपनाम बबलू है, चत्तीसगढ़ के इटखोरी निवासी महेंद्र साव, कुंती देवी और सरिता देवी शामिल हैं।