पितृ विसर्जन के मौके पर 48 वर्षीय प्रॉपर्टी डीलर सत्यपाल, जिन्हें बाबा लाल के नाम से जाना जाता था, की हत्या कर दी गई है। इस हत्या की पीछे भूमि विवाद का मामला सामने आया है।
इस मामले में सत्यपाल की पत्नी दीपमाला ने उसके भाई राजकुमार (जिन्हें हकड़ू के नाम से जाना जाता है), मम्फोर्डगंज के नीरज, और पांच अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ केस दर्ज कराया है। सत्यपाल, जो उस्तापुर महमूदाबाद में निवास करते थे, प्रॉपर्टी डीलिंग के साथ ही ईंट-बालू का व्यापार भी करते थे।
शनिवार की सुबह करीब सात बजे, सत्यपाल अपने भतीजे मंजीत के साथ गंगा स्नान करने के लिए छतनाग घाट जा रहे थे। आरोप है कि इस दौरान शिवकुमार, जो अपने साथियों के साथ एक बाइक पर थे, सत्यपाल पर एक तमंचे से गोली चला दी।
इसके परिणामस्वरूप, सत्यपाल ज़मीन पर गिर पड़े और हत्यारोपित स्थान से भाग गए। सत्यपाल को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इस दिनदहाड़े की हत्या के बाद, परिवार और अन्य लोगों ने हंगामा करने का प्रयास किया, लेकिन बुजुर्गों ने शांति बनाई रखने के लिए कोशिश की। दीपमाला का आरोप है कि उनके पास उस्तापुर महमूदाबाद में पैतृक ज़मीन है, जिस पर विरोधी ताक़तें ज़बरदस्ती कब्ज़ा करने की कोशिश कर रही थीं, जिसके परिणामस्वरूप पति की हत्या की गई।
झूंसी थाना क्षेत्र के थानाध्यक्ष उपेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम की दबिश दी जा रही है।