‘सबका साथ सबका विकास’ ये सिर्फ बोलने के लिए नहीं, संभल में कांग्रेस पर गरजे सीएम मोहन यादव

 संभल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उत्तरप्रदेश की संभल लोकसभा क्षेत्र के असमोली में विशाल जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी जनसभा में उनके साथ मौजूद रहे। जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम मोहन यादव ने कहा कि ‘सबका साथ सबका विकास’ ये खाली बोलने के लिए नहीं, इसको हम करके दिखाते हैं।

अभी थोड़े दिन पहले विधानसभा के चुनाव हुए जिसमें हम तीन राज्य जीते और तीनों में से एक छत्तीसगढ़ में आदिवासी वर्ग से मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव सायं जी और ओबीसी वर्ग से मुझे मौका मिला और राजस्थान में श्री भजनलाल शर्मा जी को मुख्यमंत्री बनाया जो ब्राह्मण वर्ग से आते हैं। उन्होंने कहा कि हम जो कहते हैं, माननीय मोदी और योगी जी जो कहते हैं वह करके दिखाते हैं।

जनसभा के दौरान विपक्ष पर निशाना साधते हुए डॉ. मोहन यादव ने कहा कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में बोलते तो सब रहते हैं लेकिन मौका मिला तो किसी के मुंह से ये आवाज नहीं निकलती है कि उनके घर के अलावा भी किसी और को मौका मिल जाए। सत्ता का कोई भी पद हो सपा और कांग्रेस उसे केवल घर में ही समेट कर रखना चाहते हैं। सच्चे अर्थों में यही सब का साथ सबका विकास हुआ क्या..? ये वोट के लिए सारी चीजों का उपयोग करेंगे लेकिन वोट के बाद केवल एक परिवार का भरोसा करेंगे।

रैली के दौरान भाजपा की कार्यशैली पर गर्व करते हुए मोहन यादव ने कहा कि मुझे इस बात का गर्व है कि भारतीय जनता पार्टी इस बात का जवाब देती है कि किसी भी कार्यकर्ता को सत्ता के किसी भी पद तक पहुंचाने का काम करती है। मुझे इस बात की खुशी है कि आपने पहला वोट नरेंद्र मोदी जी को दिया है। मोदी जी के माध्यम से देश के अंदर होने वाली सभी आतंकवादी घटनाओं पर लगाम लगी। पहले पाकिस्तान सीमाओं पर हमारे सैनिकों के सर काट कर ले जाते थे। कांग्रेस के लोग कहते थे हम क्या करें इसमें तो पाकिस्तान का हाथ है।

सीएम मोहन यादव ने जनसभा के दौरान उत्तर प्रदेश में माफिया राज पर लगाम लगाने को लेकर सीएम योगी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की प्रसन्नता है जब से माननीय योगी आदित्यनाथ जी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने हैं यहां अच्छे अच्छों को ठिकाने लगाने का काम किया है। हम सब शपथ लेते हैं कानून व्यवस्था और संविधान की। कानून व्यवस्था केवल शब्दों के लिए नहीं होती इसे चरितार्थ करके दिखाना पड़ता है। इतना बड़ा समाज और चंद गुंडे लोग अपनी मनमर्जी की कर लें ऐसा कैसे हो सकता है..? देश का शासक वो होना चाहिए जो समाज और देश की रक्षा करें, देशवासियों के प्राण बचाए।इसमें पुरुषार्थ, पराक्रम और मन की सोच लगती है।

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