अल्मोड़ा। जिलांतर्गत गत वर्ष ज्वैलरी चोरी की एक वारदात का खुलासा करने निकली पुलिस टीम को बड़ी सफलता मिली है। चोरी का खुलासा तो हुआ ही, साथ ही एक अंतर्राज्यीय ज्वैलरी चोर गिरोह का भंडाफोड़ हो गया। जिसमें दो महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें एक गिरोह की सरगना है। गिरफ्तार दोनों महिलाओं का आपराधिक रिकार्ड भी रहा है। ये महिलाएं मथुरा, सितारगंज, शीशगढ़ बरेली, प्रेमनगर देहरादून में चोरी के मामलों में पहले भी जेल जा चुकी हैं।
मामले के मुताबिक 13 अक्टूबर 2023 को जिले के भतरोंजखान निवासी राजेश चौधरी ने भतरोंजखान थाने में तहरीर दी थी कि उनकी ज्वैलरी की दुकान से 4 अक्टूबर 2023 को दो अज्ञात महिलाओं ने सोने की ज्वैलरी चुरा ली। इस पर थाना भतरौजखान में धारा 380 भादवि बनाम अज्ञात में एफआईआर पंजीकृत की गयी थी। इसके बाद से सीओ रानीखेत विमल प्रसाद के पर्यवेक्षण में थानाध्यक्ष भतरौजखान सुशील कुमार के नेतृत्व में गठित पुलिस द्वारा चोरी के वांछित आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए जानकारी जुटायी जा रही थी। इसी क्रम में गत दिवस को पुलिस टीम ने ठोस सुरागरसी-पतारसी करते हुए घुघुतिधार तिराहा, मोहान से चोरी में संलिप्त दो महिलाओं चम्पा देवी (50) पत्नी महेंद्र सिंह, निवासी दुर्गेशनगर, थाना कटघर, मुरादाबाद तथा सुनीता (35) वर्ष पत्नी देवेन्द्र सिंह, निवासी सैनिक कालोनी थाना काशीपुर, ऊधमसिंहनगर को गिरफ्तार करते हुए उनके कब्जे से एक 45000 रुपये कीमत का सोने का लॉकेट बरामद कर लिया। जो सरगना चंपा देवी ने पहना था। पुलिस टीम के अथक प्रयासों व सटीक सूचनाओं से गिरोह की सरगना को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई। यह लोग बेतालघाट क्षेत्र में ज्वैलरी शॉप में चोरी की घटना को अंजाम देने के फिराक में थे कि पकड़े गए।
इस चोरी की वारदात से एक अन्तर्राज्यीय ज्वैलरी चोर गिरोह का खुलासा भी हो गया। जिसकी मुखिया गिरफ्तार चम्पा देवी है। पूछताछ के बाद पुलिस ने बताया कि गिरोह के सदस्य अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर ज्वैलरी चोरी की घटनाओं को अंजाम देते हैं। ये सबसे पहले बाजार की रेकी करते हैं और जिस ज्वैलरी शॉप में ज्वैलर अकेला हो, उसे निशाना बनाने की योजना बनाते हैं। इसके बाद दुकान में ग्राहक बनकर जाते हैं और ज्वैलरी देखने के बहाने ज्वैलर्स का ध्यान भटका कर कुछ ज्वैलरी चुरा लेते हैं। इनके साथ आए गिरोह के अन्य सदस्य का फायदा उठाकर ज्वैलरी को लेकर चलते बनते हैं। गिरोह की सरगना को चोरी के बाद चोरी के माल में डबल हिस्सेदारी मिलती थी। चोरी में चुराई गई सोने की लॉकेट गिरोह की सरगना को चम्पा देवी को पसन्द आ गया। जिसे वह स्वयं पहन रही थी। इसी लॉकेट को भतरोंजखान निवासी वादी ने पहचान लिया। पुलिस ने बताया कि सरगना चम्पा देवी गिरोह के अन्य सदस्यों के साथ इससे पहले भी ज्वैलरी चोरी के मामलों में मथुरा, सितारगंज, शीशगढ़ बरेली, प्रेमनगर देहरादून से जेल जा चुके हैं।
गिरफ्तार करने वाली भतरोंजखान पुलिस टीम में थानाध्यक्ष सुशील कुमार, अपर उप निरीक्षक धर्मेंद्र कुमार, हेड कांस्टेबल आनन्द त्रिपाठी, कांस्टेबल नीरज पाल, संदीप मलिक, अरविंद चौधरी व महिला कांस्टेबल मीनू शामिल रहीं।