चारधाम यात्रा व्यवस्था को लेकर केन्द्रीय गृह सचिव ने ली बैठक

सीएम राधा रतूड़ी ने किया वर्चुअली प्रतिभाग
केन्द्र सरकार ने दिया यात्रा में सहयोग का भरोसा
देहरादून। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं पर केंद्र सरकार बराबर नजर बनाए हुए हैं। इसी कड़ी में चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं को लेकर केंद्रीय गृह सचिव की बैठक हुई। जिसमें उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने वर्चुअली प्रतिभाग किया। साथ ही चारधाम यात्रा को लेकर सरकारी के प्रयासों की जानकारी दी। केंद्र सरकार ने चारधाम यात्रा में सहयोग करने की बात कही।
उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2024 को लेकर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी का कहना है कि श्यात्रा में सभी व्यवस्थाएं अच्छी चल रही हैं। सभी श्रद्धालुओं की सुचारू और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित की जा रही है। केंद्रीय गृह सचिव ने हमारा समर्थन करने के लिए आज एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की थी। उन्होंने हमसे पूछा कि क्या हमें किसी मदद की जरूरत है? अगर है तो केंद्र सरकार समर्थन और सहयोग करेगी।
इसके अलावा मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने बताया कि केंद्रीय गृह सचिव की ओर से ये भी कहा गया कि आईटीबीपी, एनडीआरएफ के अतिरिक्त बल यहां हैं और उनका उपयोग यात्रा में भीड़ प्रबंधन के लिए किया जा सकता है। उत्तराखंड में सबसे ज्यादा तीर्थयात्री उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र से आते हैं। ऐसे में उन राज्यों के मुख्य सचिवों से बात कर ली है।
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने आगे कहा कि केंद्रीय गृह सचिव ने भी उनसे बात की है। उनसे कहा गया है कि तीर्थयात्री जिस तारीख को आए, उसी दिन का पंजीकरण कराकर ही चारधाम की यात्रा पर आएं। इससे व्यवस्था बनी रहेगी। इसके अलावा उन्होंने कहा कि अभी यात्रा सुचारू रूप से चल रही है। वहीं, उत्तराखंड में आचार संहिता की पाबंदी पर भी अपनी बात रखी।
सीएस राधा रतूड़ी ने कहा कि उत्तराखंड में 19 अप्रैल को चुनाव संपन्न हो गया है। ऐसे में चुनाव आयोग से अनुमति ली गई है। जिसके तहत चारधाम, वनाग्नि और आपदा प्रबंधन से जुड़ी सभी कामों को लेकर चुनाव आयोग ने उत्तराखंड को छूट दी है। आचार संहिता से कोई काम रूका नहीं है। यहां एक स्क्रीनिंग कमेटी बनाई गई है।

लौटाए जायेंगे बिना पंजीकरण वाले तीर्थयात्रीः सीएस
सराकर ने देश के सभी राज्यों को जारी की एडवाजरी
देहरादून। बिना पंजीकरण चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों को लौटाया जाएगा। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने इस संबंध में सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को एडवाइजरी जारी की है। चारधाम यात्रा के लिए उमड़ी भारी भीड़ की वजह से सरकार को व्यवस्थाएं बनाने में मुश्किलें हो रही हैं। अब तक चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण का आंकड़ा 31 लाख पार हो चुका है। चारों धाम में भारी भीड़ को देखते हुए सरकार ने पंजीकरण का सख्ती से अनुपालन शुरू कर दिया है। इस कड़ी में बुधवार को मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को एडवाइजरी भेजी। इसमें उन्होंने स्पष्ट किया है कि अगर किसी भी राज्य के तीर्थ यात्री बिना पंजीकरण आते हैं तो उन्हें जांच के बाद रोक दिया जाएगा। ऐसे तीर्थ यात्रियों को लौटा दिया जाएगा।
उन्होंने यह भी अनुरोध किया है कि जो भी चारधाम यात्रा पर आना चाहते हैं, वह पंजीकरण में जो तिथि मिली है, उसी पर आएं। इससे चारधाम यात्रा प्रबंधन में राज्य सरकार को आसानी होगी। उन्होंने सभी टूर ऑपरेटरों व ट्रैवल एजेंटों को भी यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि वह यात्रा शुरू करने से पहले पंजीकरण जांच लें। ताकि उन्हें बाद में परेशानी न हो। उन्होंने राज्यों से अनुरोध किया है कि वे सभी तीर्थ यात्रियों को इसके प्रति जागरूक करें।
चारधाम यात्रा के लिए अब तक 31 लाख 18 हजार 926 पंजीकरण हो चुके हैं। केदारनाथ के लिए 10 लाख 37 हजार 700, बदरीनाथ के लिए नौ लाख 55 हजार 858, गंगोत्री के लिए पांच लाख 54 हजार 656 और यमुनोत्री के लिए चार लाख 86 हजार 285 पंजीकरण हुए हैं। वहीं, हेमकुंड साहिब की यात्रा के लिए अब तक 84 हजार 427 पंजीकरण हो चुके हैं।

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