बागपत, उत्तर प्रदेश मेँ बड़ौत के कोटाना गांव में एक चिंता का माहौल है, क्योंकि वहां के लोग अब उन अद्भुत घटनाओं के डर में डूबे हुए हैं। इस गांव में कुछ लोग मरे हुए लोगों के सिर कटने की चर्चा कर रहे हैं, और उन्हें अनजाने में बच्चों के साथ होने वाले घातक हादसों का भी डर सता रहा है। शवों के सिर के गायब हो जाने से लोग बेहद चिंतित हैं और उनके मन में तंत्रिक और सर्वभक्षी जानवर जैसे चिन्ताओं के कारण उलझन है।
यहाँ तक कि कुछ लोग मानते हैं कि शवों के सिर को कोई छुपा रहा है, और वे इसे एक अत्यंत अजीब और खतरनाक बात समझ रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप, गांव के लोग और स्थानीय अधिकारी इस रहस्यमय घटना के साथ परेशान हैं।
गांव के आसपास के क्षेत्रों में डर भी है, क्योंकि दीपावली के त्योहार के आस-पास तंत्रिक विद्या के प्राणी भी सक्रिय होते हैं। इसके कारण एक तरफ़ सिर के बारे में चर्चा हो रही है, तो दूसरी ओर पुलिस प्रशासन भी जागरूक हो गया है।
कोटाना गांव में कब्रिस्तान से एक साथ नौ शवों के सिर गायब हो जाने की घटना ने लोगों को चौंका दिया है, क्योंकि दीपावली और होली जैसे खुशियों के मौके पर यहाँ के लोग अब डरते हैं। वे मानते हैं कि इस दिन को तंत्रिकों के लिए विशेष महत्व है, और इसके कारण उन्हें और भी चिंता हो रही है।
साथ ही, एक दूसरे पहलू की दिशा में, जंगलों और कब्रिस्तान के आसपास रहने वाले जीव बिज्जू भी आकर्षित हो जाते हैं, और वे इंसानी शवों को खा जाते हैं। यह जीव आलसी होता है, और वह मंद गति से चलता है, और इसको सर्वभक्षी माना जाता है।
कब्रिस्तान के दो क्षेत्रों से एक साथ नौ शवों के सिर गायब हो जाने के बाद, अब लोग अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए चिंतित हैं, क्योंकि तंत्रिक विद्या के कारण उनके बच्चों को हो सकता है नुकसान, और वे डरते हैं कि कबर बिज्जू नवजात शिशुओं और छोटे बच्चों को भी अपना शिकार बना सकता है। आदमखोर होने की वजह से इस जीव की संभावना है, और इसलिए इसका खतरा अब अधिक बढ़ चुका है।