राफा सीमा पर कई ट्रक अब गाजा की ओर बढ़ रहे हैं, जिनमें राहत सामग्री भरपूर है, लेकिन यहां जितनी आवश्यकताएँ हैं, वे बहुत कम मानी जा रही हैं। इस साबित हो चुका है कि गाजा के 23 लाख लोगों को खाने-पीने, पानी, ईंधन, और इलाज की सुविधा में बड़ी कमी है, और इसे बहुत गंभीर रूप से लिया जा रहा है।
संयुक्त राष्ट्र फलस्तीनी शरणार्थी एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी इस समस्या की गंभीरता को स्वीकारा है और उन्होंने गाजा के लोगों के लिए बिना किसी रुकावट के मदद पहुंचाने की आपील की है।
एक प्रवक्ता ने कहा कि आए हुए ट्रकों में वह सामग्री है जैसे कि वो ठीक बिना सामग्री के आए हैं। ईंधन की आपातकाली बन चुकी है, क्योंकि अस्पतालों के जनरेटर को चलाने के लिए ऊर्जा की आवश्यकता है। अस्पतालों में दवाएँ और उपकरणों की कमी हो रही है और उन्हें इनकी सुविधा नहीं हो पा रही है। डब्ल्यूएचओ ने बताया कि गाजा पट्टी में आधे से ज्यादा अस्पताल अपने क्षेत्र में उपयोग नहीं कर पा रहे हैं, और दो-तिहाई क्लिनिक बंद हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में मानवीय सहायता की बड़ी मात्रा की आवश्यकता है।
हमास ने कहा है कि ये एक प्रतिक्रिया है जिसमें कहा जा रहा है कि इस्राइल ने अप्रैल 2023 में यरूशलम के अल-अक्सा मस्जिद को अपवित्र किया है। हमास दावा करता है कि इस्राइली पुलिस ने उस समय मस्जिद में एक ग्रेनेड फेंका जिससे इसे अपवित्र बना दिया गया। इस्राइली सेना ने हमास के ठिकानों पर बार-बार हमले किए हैं और उनके इलाकों में अतिक्रमण किया है।
हमास के प्रवक्ता गाजी हमाद ने बताया कि इस्राइली सेना ने उनकी महिलाओं पर हमले किए हैं। वह अरब देशों से यह अपील करते हैं कि वे इस्राइल के साथ अपने संबंधों को तोड़ दें। हमाद ने कहा कि इस्राइल कभी भी एक अच्छा पड़ोसी और शांत देश नहीं हो सकता है।
युद्ध के चलते बड़ी हानि हो रही है। इस्राइल और हमास के बीच आलोचना की बजाय शांति की दिशा में कदम बढ़ाना चाहिए। सात अक्तूबर से अब तक, सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है, और इससे हमास के समर्थन में वृद्धि हो रही है।
इस्राइल भी बिना किसी रुकावट के हमले कर रहा है, जिससे मानवीय संख्या में हानि हो रही है। गाजा पट्टी में और इस्राइल में हजारों लोगों की जान चली गई है।
हम इस संकट को सुलझाने के लिए सभी पक्षों से शांति की दिशा में काम करने की अपील करते हैं ताकि जीवन की हानि को रोका जा सके और लोग फिर से अपने जीवन को सुरक्षित बना सकें।